Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नवंबर तक जयपुर-बांदीकुई फोर लेन का काम पूरा करने का वादा किया है। गडकरी ने कहा कि हम 1370 करोड़ रुपये की लागत से बांदीकुई से जयपुर तक 67 किलोमीटर फोर लेन बना रहे हैं। मुझे लगता है कि काम नवंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। दिल्ली से जयपुर दो घंटे में पहुंचना आसान होगा। गडकरी राज्य की सड़क परियोजनाओं के डिजिटल शिलान्यास-लोकार्पण समारोह के बाद उदयपुर में बोल रहे थे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी मुख्यमंत्री दीया कुमारी से गडकरी ने रेलवे फाटकों को बंद करने की मांग की। गडकरी ने कहा कि रेलवे ओवर ब्रिज और रेलवे अंडर ब्रिज दोनों की बहुत मांग है। हमने अभी 20 आरओबी और आरयूबी मंजूर किए हैं। राजस्थान से कितने मिल गए? आप राजस्थान को रेलवे फाटक दें। राजस्थान को रेलवे फाटकों से मुक्त करने के लिए राज्य सरकार की योजना बनाईजिए। केंद्रीय सरकार पूरी तरह से सहयोग करेगी। राजस्थान में रेलवे फाटकों को बंद करने के लिए आप और हम मिलकर काम करेंगे।
रेलवे फाटकों के खुले होने से जयपुर सहित राज्य और जिला मुख्यालय वाले कई शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी। जयपुर में कई रेलवे फाटक हैं, जैसे टोंक फाटक, सिविल लाइंस फाटक, इमली फाटक, महेश नगर फाटक, करतारपुरा फाटक और खातीपुरा। यहां अक्सर जाम लगता है। रेलवे फाटकों पर आरओबी या आरयूबी बनाने से लोगों को सुविधा मिलेगी। रेलवे फाटकों की वजह से जनता को बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर और भरतपुर जिलों में भी काफी परेशानी होती है।
गडकरी ने कहा कि राजस्थान के प्रमुख शहरों में रिंग रोड परियोजना का काम पूरा होना चाहिए। गडकरी ने कहा कि जयपुर में आधे रिंग रोड का काम भी पूरा होगा, जिसकी अनुमति दी गई है, वह भी पूरा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के प्रमुख शहरों में रिंग रोड बना रहे हैं। मुझे याद है कि वसुंधरा जी उस समय मुख्यमंत्री थीं। जयपुर में रिंग रोड का काम रुक गया। जयपुर रिंग रोड का कार्य पूरा नहीं हो सकता था। उस समय मैंने एयरपोर्ट के हैंगर में एक छोटे से गेस्ट हाउस में एक बैठक बुलाई। इसमें राजस्थान के अधिकारियों, एनएचएआई अधिकारियों और ठेकेदारों को शामिल किया गया था। जब मैं चर्चा कर रहा था, राजस्थान के अधिकारी ने कहा कि ऐसा करना असंभव है।
वसुंधरा जी ने बताया कि सभी कहते हैं कि यह काम नहीं होगा। मैंने वसुंधरा राजे को बताया कि ऐसा नहीं होगा। इससे क्या लेना देना चाहिए? मैंने कहा था कि यह काम करेगा। रिंग रोड का काम किया गया। हमने जयपुर रिंग रोड को मंजूरी दी है जो बच गया है। वह भी काम करेगा।
गडकरी ने कहा कि वे कुछ समय पहले प्राग, चेकोस्लोवाकिया गए थे। इलेक्ट्रिक बस सड़क पर केबल पर चल रही थी। उनका कहना था कि जयपुर को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है। इलेक्ट्रिक हाईवे बनाया जाएगा। बाद में दिल्ली से जयपुर तक इलेक्ट्रिक बसें चलाया जाएगा।
गडकरी ने बताया कि सड़क के ऊपर बिजली की केबल रेलवे ट्रैक की तरह बिछाई जाएगी। इसके बाद तीन बसों को एक साथ जोड़कर इस इलेक्ट्रिक बस को चलाया जाएगा। इस बस में प्लेन की तरह सुविधाएँ होंगी।चाय-नाश्ता भी होगा और कैटेगरी बिजनेस क्लास की होगी। डीजल बसों की तुलना में इसका किराया 30 प्रतिशत कम होगा। खास बात यह है कि यह जल्द ही जयपुर से शुरू होगा।दिल्ली से जयपुर के बीच अभी एक इलेक्ट्रिक बस चल रही है।