नागौर न्यूज़ डेस्क: शादी के बाद कोई भी व्यक्ति, चाहे वह लड़की हो या लड़का , प्यार का बहाना बनाकर घर छोड़ देता है। जब कोई युवा अपने प्रेमी के साथ घर नहीं जाता, तो उसे लड़की के घर भेजा जाता है। बदलते दौर में गलतियाँ करने वालों को उनके परिवार वाले भी आसानी से माफ नहीं करते। माता-पिता, पति या ससुराल वाले, और सिर्फ रिश्तेदारों के साथ सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एक लड़की अपने एक युवा प्रेमी के साथ चली गई। उसकी लापता होने की रिपोर्ट उसके परिवार ने दर्ज कराई थी, जो अगले दिन उसके प्रेमी के साथ रामदेवरा के पास पाई गई। उस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर थाने ले लिया। प रिजिनों से ले जाने को कहा, लेकिन बात उल्टी हो गई। उसके परिजनों ने उसे साथ ले जाने से इनकार कर दिया, कहते हुए कि वह एक युवक के साथ गई है और अगर वह दुष्कर्म का केस दर्ज करेगी तो ही उसे ले जाएंगे।
क्या है पूरा मामला
सूत्रों का कहना है कि थाने में दर्ज ऐसे कई मामलों में महिला परिवार की जिद का शिकार होती है। घर छोड़ने वाली लड़की या महिला, चाहे वे नाबालिग हों या नहीं, उनके परिवार वाले उनके घर लौटने को तैयार नहीं होंगे। दस्तयाबी के बाद छोटे बच्चे भी अपने परिवार के साथ जाने से मना करते थे, लेकिन अब परिवार भी इनकार करने लगे हैं। मुख्य कारण घर आकर भाग जाना या परिवार के कहे अनुसार शादी नहीं करना है। जब एक युवती को दस्तयाबी के बाद उसके परिवार वाले घर ले आए, तो वह सातवें दिन फिर से भाग गई; एक नाबालिग भी दो महीने बाद बालिग होने पर भाग गया और प्रेम विवाह कर लिया। इतना ही नहीं, वह अपने परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस को दिखाई दी।
इसलिए परिवार मजबूत हो जाता है
ऐसे ही एक रिश्तेदार ने कहा कि सही निर्णय को कोई नहीं रोकता, लेकिन एक बेटी इतने सालों तक पालने-पोसने के बाद अचानक अपने परिवार को छोड़ देना दुखद है। अपने जीवन के खतरे के बारे में अपने माता-पिता को बताओ और उनके खिलाफ भागो।
इससे समाज में बुरी छवि बनती है, माता-पिता के सपने टूट जाते हैं, तो इसे कैसे अपनाया जाए? उसने अपनी बेटी को लेने से इनकार कर दिया। संबंध में एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि बेटी ने मना करने के बावजूद भी शादी का झांसा देकर युवक के साथ चली गई, जिससे बाद में युवक मुकर गया। अब वे उससे युवक के खिलाफ रिपोर्ट करने को कह रहे हैं, हमारे साथ जा रहे हैं, लेकिन वह नहीं कर रही है।
73. लोगों के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई |
सूत्रों के अनुसार, जिसके साथ वह भागी थी, उसके खिलाफ POCSO/बलात्कार का मामला बाद में दर्ज किया गया था। अकेले नागौर के महिला थाने में पिछले तीन साल में पीड़िता से सहानुभूति रखने वाले 73 लोगों पर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई। यदि प्रेम संबंध में विवाद या बातचीत होने पर या ससुराल में बात छिड़ने पर भागने वाले व्यक्ति को दुष्कर्म का आरोपी बनाया जाता है, तो वह निर्दोष है। इनमें से अधिकांश मामले दबाव के कारण दर्ज किए गए थे। इनमें से कुछ पहली जांच में गलत पाए गए।
पुलिस को क्यों भेजना पडा घर
उसे ले जाने वाला लड़का भी उसे देखने नहीं आया। पुलिस को अब नाबालिग को लड़की के घर भेजना पड़ा। दरअसल, ऐसा नहीं है; परिवार के सदस्यों, चाहे वे बेटी हों या बहू या पत्नी हों, अब अपनी गलतियों पर तीखी नजर डालने लगे हैं। हाल तक, अधिकांश लड़कियां और महिलाएं दस्तयाबी के बाद अपने परिवार के साथ जाना चाहते थे। साथ ही परिवार ने उसे सहर्ष स्वीकार किया. हालांकि, अब स्थिति बदल रही है