Jambhsar Media Digital Desk : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या से आरबीआई की टेंशन बढ़ गई। रिपोर्ट के मुताबिक 500 रुपये के लगभग 91110 नकली नोट मिले। ये संख्या पिछले साल की तुलना में 14.6% अधिक हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 19 मई को 2000 रुपये के नोट (2000 Notes) को बंद करने का फैसला किया। लोगों को नोट बदलने के लिए चार महीने का वक्त मिला है। 2000 रुपये के नोट के बाद अब 500 रुपये (Rs 500 Notes) के नोटों ने रिजर्व बैंक की मुश्किल बढ़ा दी है। 500 रुपये के नोट आरबीआई के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। आरबीआई ने अपने एनुअल रिपोर्ट में 500 रुपये के नकली नोट (Fake 500 note) को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
आरबीआई की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में 500 रुपये के लगभग 91,110 नकली नोट पकड़े गए। ये संख्या पिछले साल की तुलना में 14.6% अधिक हैं। 500 रुपये के नकली नोटों की लगातार तेजी देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2021 में 500 रुपये के 39,453 नकली नोट, वित्त वर्ष 2022 में 76,669 और वित्त वर्ष 2023 में 91,110 नकली नोट मिले हैं।
500 रुपये के नोट के अलावा 2000 रुपये के नकली नोट भी बरामद हुए। 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 28% घटकर 9,806 नोट रह गई। 500 और 2000 रुपये के नोटों के अलावा 100, 50, 20, 10 रुपये सबके नकली नोट पकड़े गए हैं। आरबीआई की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक बैंकिंग क्षेत्र में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2,25,769 रही। जबकि पिछले साल 2,30,971 नकली नोट मिले थे।
इस साल 500 रुपये के अलावा 20 रुपये के नकली नोटों में भी बढ़ोतरी हुई है। 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4% की तेजी आई। 20 रुपये के नकली नोट बढ़े तो दूसरी ओर 10 रुपये, 100 रुपये और 2000 रुपये के नकली नोटों में गिरावट आई है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11.6 फीसदी गिरे, 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या 14.7 फीसदी की गिरावट आई, जबकि 2000 रुपये के नकली नोटों में 27.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
नकली नोट के अलावा आरबीआई ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में नोटों पर होने वाली छपाई की पूरी डिटेल दी है। आरबीआई ने 4,682.80 करोड़ रुपये नोट छापने के लिए खर्च किए गए हैं। पिछले साल ये 4,984.80 करोड़ रुपये था। अगर सर्कुलेशन की बात करें तो सबसे ज्यादा सर्कुलेशन में 10 रुपये और 500 रुपये के नोट चलते हैं। 31 मार्च, 2023 तक वॉल्यूम के हिसाब से देश के कुल करेंसी सर्कुलेशन का 37.9 फीसदी 500 के नोट है। इसके बाद 10 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 19.2 फीसदी है।