Jambhsar Media, New Delhi : राजस्थान को चुनाव से ठीक पहले बड़ी सौगाते मिल रही है. इसी बीच कोटा में ग्रीनफील्ड एअरपोर्ट बनने का रास्ता अब साफ़ हो गया है. कोटा में एयरपोर्ट की मांग एक लम्बे समय से चली आ रही थी. कोटा के शंभूपुरा इलाके में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की तैयारी शुरू होने वाली है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयास से एयरपोर्ट निर्माण की आखिरी बाधा को भी दूर कर लिया गया है।
ऐसे में अब राज्य सरकार ने कोटा विकास प्राधिकरण, नागरिक उड्डयन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच होने वाले एमओयू को मंजूरी दे दी है। एमओयू पर हस्ताक्षर हो जाने के बाद डीपीआर तैयार होते ही एयरपोर्ट का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
सरकार बदलने के साथ ही काम हुआ आसान
कोटा शंभूपुरा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य कई सालों से अटका हुआ था। उस समय राज्य में कांग्रेस की और केंद्र में भाजपा की सरकार थी। जिसकी वजह से कई बार अलग-अलग कारणो से एयरपोर्ट निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा था।
इसकी जानकारी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी दी और कहा कि कांग्रेस सरकार में कई बाधाएं सामने आई थी। लेकिन अब सरकार बदलते ही तत्काल ही एयरपोर्ट निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर कर लिया गया है। जहां पर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण होगा वहां हाई टेंशन लाइनें को हटाकर दूर शिफ्ट किया जाएगा।
आवश्यक राशि जमा नहीं करवाने से अटका था मामला
आपको बता दें की राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को भार रहित जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी को संभालने के लिए 127 करोड़ रुपए जमा करवाने थे। 6 मई 2022 से 29 अगस्त 2023 के बीच वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा लेटर भेजे गए। लेकिन महज 21 करोड रुपए ही जमा करवाए गए।
जिसकी वजह से ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण का मामला बीच में ही अटक गया। वहीं सरकार बदलने के साथ ही डायवर्जन राशि के बाकी 39 करोड़ में भी जमा करवा दिए गए। ऐसे में अब केडीए, राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच एमओयू अंतिम चरण में आ गया है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा एयरपोर्ट
कोटा-बूंदी के बीच शंभूपुरा में बनने वाला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। एयरपोर्ट का रनवे करीब 3 किलोमीटर से ज्यादा लंबा और 45 मीटर चौड़ा होगा। यहां से ए 321 एयरबस जैसे बड़े विमान उड़ान भर सकेंगे। साथ ही एयरपोर्ट के एप्रेन में ए 320 एयरबस जैसे बड़े विमान की पार्किंग होगी।
सामने यह भी आया है कि पहले फेस के निर्माण के बाद रोज 1000 यात्रियों का आवागमन प्रस्थान हो सकेगा। वहीं परिसर में 250 कार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की पार्किंग सुविधा भी होगी।