Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: पनीर को भारत में वेजीटेरियंस के लिए प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है. अगर कोई मेहमान आ रहा है या किसी पार्टी का आयोजन किया गया है, तो उसमें पनीर का आइटम जरूर रखा जाता है. लोग बड़े शौक से पनीर को हेल्दी समझकर खाते हैं. लेकिन कुछ लोग अपने लालच में लोगों की लाइफ के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हटते. दूध से बने पनीर का सेवन बॉडी के लिए काफी फायदेमंद होता है. लेकिन कुछ लोग नकली पनीर बनाकर मार्केट में बेचते नजर आते हैं.
अलवर में खाद्य विभाग को नकली पनीर बनाए जाने की सूचना मिली थी. इस फैक्ट्री में बनने वाले पनीर को अलवर के अलावा जयपुर में भी सप्लाई किया जाता था. इतना ही नहीं, दिल्ली और हरियाणा में भी इसकी खेप भेजी जाती थी. टीम को जानकारी मिली कि फैक्ट्री में दूध की जगह केमिकल्स और चूने के इस्तेमाल से पनीर बनाया जा रहा है. इसे लेकर जब बताए जगह पर रेड मारी गई तो टीम हैरान रह गई. इतनी बड़ी मात्रा में नकली पनीर बनता देख सबके होश उड़ गए.
खाद्य टीम के अधिकारी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि इलाके में नकली पनीर बनाया जा रहा है. इसे लेकर उन्होंने टीम के साथ सुबह ग्यारह बजे फैक्ट्री में रेड मारी. तब तक एक ट्रक माल लेकर निकल गया था. लेकिन दूसरे में नकली पनीर लोड किया हुआ था. उसे तत्काल रोक दिया गया. जांच के लिए इसके सैंपल ले लिए गए हैं. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री के अंदर नकली पनीर बनाए जाने का काफी सामान बरामद किया गया, जिसमें पॉम ऑइल, चूना और केमिकल शामिल है.
जिस पनीर को फैक्ट्री से पकड़ा गया, वो स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है. जांच टीम के मुताबिक़, अगर कोई एक साल इस नकली पनीर का सेवन कर ले, तो उसे कैंसर से भी खतरनाक बीमारी हो सकती है. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि नकली पनीर बनाने वालों के हौसले बुलंद हैं. जांच टीम ने बताया कि पांच घंटे की मशक्क्त के बाद फैक्ट्री को खुलवाया जा सका. इसके बाद भी फैक्ट्री मालिक बड़ी बेशर्मी से कहता पाया गया कि फांसी थोड़ी मिल जाएगी. अपराधियों के हौंसले देखते हुए टीम ने इस मामले पर गंभीर एक्शन लेने की बात की है.