समस्त राजकीय व निजी महाविद्यालयों में विगत सामान्य अकादमिक सत्रों की भांति सत्र 2023-24 में भी ग्रीष्मावकाश 1 मई से 30 जून तक रहेगा। इस संबंध में आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं।
आयुक्त पुखराज सेन के अनुसार प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा प्रथम वर्ष से सेमेस्टर प्रणाली लागू की गई है। अतः ग्रीष्मावकाश अवधि के दौरान सेमेस्टर का अभ्यास कार्य, परीक्षा कार्य, वार्षिक परीक्षा कार्य एवं आगामी अकादमिक सत्र के प्रवेश कार्य आदि के लिए प्राचार्य द्वारा जरूरत के अनुसार संकाय सदस्यों को ग्रीष्मावकाश के लिए रोका जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा आम चुनाव-2024 के दृष्टिगत आदर्श आचार संहिता पूरे प्रदेश में प्रभावी होने के कारण संकाय सदस्य को ग्रीष्मावकाश उपयोग से पूर्व प्राचार्य से अनुमति लेना जरूरी होगा। ग्रीष्मावकाश के दौरान मुख्यालय छोड़ने की अनुमति प्राचार्य के साथ संबंधित निर्वाचन विभाग से लेनी होगी।
साथ ही ग्रीष्मावकाश में राजकीय महाविद्यालय में आवश्यक कार्य के लिए रोके जाने वाले संकाय सदस्यों का कार्य विवरण सहित सम्पूर्ण जानकारी आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा को भेजनी होगी। इसी प्रकार किए गए राजकार्य के फलस्वरूप देय उपार्जित अवकाश की स्वीकृति भी आयुक्तालय से अनुमोदन के बाद ही जारी होगी।
ग्रीष्मावकाश 01 मई से 30 जून तक
कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय द्वारा गर्मियों की छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है प्रदेश के सभी सरकारी व गैर सरकारी महाविद्यालय में 01 मई से 30 जून 2024 तक यानी कुल 2 महीने की गर्मियों की छुट्टियों का ऐलान होने के बाद छात्रों में खुशी की लहर है छात्रों के लिए यह छुट्टियां मौज मस्ती, यात्रा से लेकर करियर के नए आयामों के बारे में जानने का समय है।
गर्मियों की छुट्टियां देश के सभी राज्यों में अलग-अलग तय की जाती है ऐसे में अगर आप भी राजस्थान के रहने वाले हैं तो प्रदेश के शिक्षा आयुक्तालय द्वारा 30 जून तक छुट्टियां का ऐलान कर दिया गया है आपको बता दें कि गर्मियों की छुट्टियां बच्चों को गर्मियों से राहत प्रदान करने और पढ़ाई से थोड़ा विश्राम देने की उद्देश्य ही की जाती है।