Jambhsar Media Digital Desk : फरवरी की मीटिंग में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए अपने महंगाई के अनुमान को 5.4 फीसदी पर बनाए रखा है. जबकि अगले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में महंगाई दर 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई के अनुसार नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5 फीसदी रहने का अनुमान है.
लोन ईएमआई को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की अप्रैल और जून में होने वाली मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग में बड़ा फैसला लिया जा सकता है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई अप्रैल और जून की कीमत में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने जा रही है. इसका मतलब है कि आम लोगों को ईएमआई में राहत मिलने के कोई आसार नहीं है. अक्टूबर महीने की मीटिंग में आरबीआई रेपो रेट में कटौती पर फैसला ले सकती है, लेकिन ये महंगाई के आंकड़ों पर डिपेंड करेगा. आपको बता दें कि आरबीआई ले फरवरी 2023 के बाद से आरबीआई के रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है.
अधिकांश अर्थशास्त्रियों के अनुसार, मजबूत इकोनॉमिक ग्रोथ और अभी भी बढ़ी हुई महंगाई के कारण, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) कम से कम जुलाई तक ब्याज दरों में कोई बदलाव ना करने की संभावना है, जो कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अपेक्षा से थोड़ा अधिक है. भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ने वित्त वर्ष 2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में आरबीआई और स्ट्रीट अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए 8.4 प्रतिशत की दर से वृद्धि की – जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज है. महंगाई, जो अभी भी केंद्रीय बैंक के दो-छह फीसदी लक्ष्य के ऊपरी बैंड के करीब है, का मतलब दर में कटौती की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है.
आरबीआई ने फरवरी 2023 से अभी तक रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. आखिरी बार फरवरी 2023 में आरबीआई ने 0.25 फीसदी का इजाफा किया था. मई 2022 से फरवरी 2023 तक आरबीआई ने पॉलिसी रेट में 2.50 फीसदी का इजाफा किया था. जिसके बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी पर आ गई थी. बीते कुछ समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव से पहले आरबीआई एक कटौती कर सकती है. लेकिन अभी तक महंगाई दर 5 फीसदी से नीचे नहीं आई है. जिसकी वजह से उम्मीदें कम ही देखने को मिल रही है. वैसे केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर और पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती की है. लेकिन मार्च के महंगाई के आंकड़ें 12 अप्रैल तक आएंगे. जबकि पॉलिसी मीटिंग अप्रैल के पहले हफ्ते में होगी.
फरवरी की मीटिंग में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए अपने महंगाई के अनुमान को 5.4 फीसदी पर बनाए रखा है. जबकि अगले वित्त वर्ष यानी 2024—25 में महंगाई दर 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई के अनुसार नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5 फीसदी, दूसरी तिमाही में 4 फीसदी, तीसरी तिमाही में 4.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 4.7 फीसदी महंगाई दर रहने का अनुमान लगाया है.