BSNL 5G Tower: भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपने यूजर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी का ऐलान किया है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL जल्द ही देश के कई हिस्सों में 5G नेटवर्क टावर लगाने जा रही है। यह कदम 5G सेवाओं की दौड़ में BSNL को प्रमुख स्थान दिलाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
पांच राज्यों में होगा 5G टावर का विस्तार
रिपोर्ट्स के अनुसार, BSNL ने उत्तर भारत के पांच राज्यों—पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश (पश्चिम)—में 3,500 नए 5G बेस ट्रांसिवर स्टेशन (BTS) लगाने की योजना बनाई है। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीण कुमार पुरवार ने इस बात की पुष्टि की है। इसके साथ ही BSNL दक्षिण भारत के तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी 4,200 5G टावर लगाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।
BSNL के लिए 5G क्यों है अहम?
BSNL अभी तक अपने यूजर्स को केवल 3G और 4G सेवाएं प्रदान कर रही थी, जबकि प्रमुख प्राइवेट कंपनियां—जैसे कि Jio और Airtel—पहले ही 5G सेवाएं लॉन्च कर चुकी हैं। 5G नेटवर्क के अभाव में BSNL को अपने ग्राहकों का एक बड़ा हिस्सा खोना पड़ा है। TRAI की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 के अंत तक BSNL का बाजार हिस्सा घटकर 7.94 प्रतिशत रह गया।
सरकार की बड़ी योजना और निवेश
BSNL की सेवाओं को मजबूत करने और 5G नेटवर्क की शुरुआत के लिए सरकार ने 24,500 करोड़ रुपये के निवेश का फैसला लिया है। इस निवेश से BSNL देशभर में 1 लाख से अधिक नए मोबाइल टावर स्थापित करेगी।
BSNL की साझेदारी और विस्तार की योजना
5G नेटवर्क की लॉन्चिंग के लिए BSNL ने वैश्विक कंपनी Ericsson के साथ साझेदारी की है। यह कदम न केवल BSNL की तकनीकी क्षमता को बढ़ाएगा बल्कि इसे Jio और Airtel जैसे दिग्गजों के मुकाबले में खड़ा करने में मदद करेगा।
दक्षिण भारत में BSNL का दबदबा
BSNL के अधिकांश यूजर्स दक्षिण भारत में हैं। कंपनी केरल और तमिलनाडु में प्रमुख प्लेयर है, लेकिन Airtel और Jio के बढ़ते प्रभाव के चलते Vi और BSNL दोनों को अपने यूजर्स की संख्या में गिरावट का सामना करना पड़ा है।