Jambhsar Media Digital Desk : यूको बैंक के सिस्टम में तकनीकी खामी के चलते 820 करोड़ रुपए निकालने के मामले में सीबीआइ ने बुधवार को सात शहरों में 67 जगह छापेमारी कर 130 संदिग्ध दस्तावेज, 40 मोबाइल, दो हार्डडिस्क व एक इंटरनेट डोंगल जब्त किए हैं। तीस संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
सीबीआइ सूत्रों के अनुसार यूको बैंक की ओर से 21 नवम्बर 2023 को सीबीआइ में एफआइआर दर्ज करवाई गई थी। जिसमें 10 नवम्बर से 13 नवम्बर 2023 के बीच सात निजी बैंकों के 14,600 खातों धारकों से शुरू किए आईएमपीएस आवक लेनदेन को 41,000 से अधिक यूको बैंक खाताधारकों के खातों में ट्रांसफर किए गए थे। इससे राशि को. मूल बैंकों से वास्तविक डेबिट किए बगैर यूको बैंक के खातों में 820 करोड़ रुपये जमा किए गए थे। कई खाताधारकों ने इस स्थिति का फायदा उठाकर विभिन्न बैंकिंग चैनलों के माध्यम से धन निकालकर हेरा-फेरी की थी।
एफआइआर दर्ज करने के बाद जांच के दौरान सीबीआइ ने गत दिसंबर में कोलकाता व मैंगलोर में निजी व्यक्तियों और यूको बैंक के अधिकारियों से जुड़े 13 स्थानों पर तलाशी ली गई थी।
इसी के तहत अब बुधवार को जोधपुर, जयपुर, जालोर, नागौर, बाड़मेर, फलोदी और पुणे में 67 जगहों पर दबिशें दी गईं। तलाशी के दौरान यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 आपत्तिजनक दस्तावेज़, 43 डिजिटल डिवाइस (40 मोबाइल, 2 हार्डडिस्क और 1 इंटरनेट डोंगल) जब्त किए गए। अब इनकी एफएसएल जांच करवाई जाएगी। 30 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। कार्रवाई में सीबीआइ के 130 अधिकारियों सहित 210 जवानों की 40 टीमें शामिल रहीं।
649 करोड़ रिकवर करवाए गए थे
गौरतलब है कि बैंक के सिस्टम में खामी का फायदा उठाकर खाता धारकों ने गत वर्ष चार दिन में 820 करोड़ रुपए सैंकड़ों खातों में ट्रांसफर करवा लिए थे। तीन दिन के भीतर बैंक ने खाते ब्लॉक कर 649 करोड़ रुपए रिकवर कर लिए थे।