Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद करने की तैयारी तेज कर दी गई है। इस बार राज्य में भारतीय खाद्य निगम तथा अन्य खरीद एजेंसियों की ओर से कुल 470 केंद्रों पर गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी।
प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद करने की तैयारी तेज कर दी गई है। इस बार राज्य में भारतीय खाद्य निगम तथा अन्य खरीद एजेंसियों की ओर से कुल 470 केंद्रों पर गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी। इसकी जानकारी एफसीआई के महाप्रबंधक सौरभ कुमार चौरसिया ने बुधवार को टाउन डिपो परिसर में अधिकारियों की बैठक में दी।
बैठक में उन्होंने कहा कि किसानों से समय पर गेहूं खरीद करके उन्हें भुगतान भी समय पर किया जाए। इसकी तैयारी सभी अधिकारी समय पूर्व कर लें। उन्होंने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2024-25 के तहत 10 मार्च 2024 से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू होगी। इसके तहत पंजीकरण कार्य शुरू हो चुका है।
इस बार सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्टिंल रखा गया है। साथ ही 125 रुपए का बोनस राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा। 48 घंटों के भीतर 2400 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान सीधे किसान के खाते में किया जाएगा। इस दौरान अधिकारियों ने गेहूं उत्पादन के अनुमानित आंकड़ों पर चर्चा की। खरीद के साथ ही मंडियों में समय पर उठाव हो सके।
इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई। टाउन स्थित एफसीआई के डिपो परिसर में हुई बैठक में मंडल प्रबंधक श्रीगंगानगर चौधरी अभिरीत, सहायक महाप्रबंधक डॉ. शैलेंद्र कुमार, हनुमानगढ़ डिपो मैनेजर प्रभुदयाल गोठवाल, मैनेजर क्वालिटी कंट्रोल जसपाल सिंह तथा हवा सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। हनुमानगढ़ जिले में इस बार दो लाख 17 हजार हेक्टैयर में गेहूं की बिजाई की गई है।
इसमें बारह लाख 96 हजार एमटी गेहूं उत्पादन का अनुमान है। जिस तरह से मौसम ने अब तक साथ निभाया है, उससे लगता है कि लक्ष्य के अनुसार गेहूं का उत्पादन जरूर होगा। इससे करोड़ों की राशि किसानों की जेब में जाएगी। इसमें करीब सात लाख एमटी गेहूं की सरकारी खरीद करने का अनुमान है। इसकी तैयारियों में एफसीआई के अधिकारी जुटे हुए हैं।
भारतीय खाद्य निगम के महाप्रबंधक सौरभ चौरसिया ने बताया कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के लिए अबकी बार कुल 470 खरीद केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। जो कि विगत वर्ष की तुलना में दो गुना से ज्यादा है। इससे किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर राजस्व जिलों में पिछले वर्ष खरीद के 64 केंद्र थे, जबकि इस बार कुल 100 केन्द्रों के माध्यम से खरीद की जाएगी। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद तीस जून तक जारी रहेगी। इसलिए किसान तय समय के भीतर अपनी उपज को मंडी में लेकर आने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
हनुमानगढ़ जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद को लेकर ऑनलाइन पंजीयन का कार्य शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह में मंडियों में गेहूं की अच्छी आवक होगी। गेहूं पकने के बाद किसान इसकी कटाई में जुटते हैं। इस तरह गेहूं की आवक के बाद इसकी समय पर खरीद तथा उठाव कार्य संपन्न करवाने को लेकर एफसीआई अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। मांग के अनुसार खरीद केंद्रों पर बारदाने की आपूर्ति करवाने का प्रयास भी चल रहा है। मंडी में खरीद की व्यवस्था बनाने में सभी जुटे हुए हैं।