Jambhsar Media, New Delhi: जो लोग दुबई में रहते है या घर खरीदना चाहते है उनके लिए बड़ी गुड न्यूज़ है. अब दुबई में घर मुंबई से भी कम कीमत में मिल रहे है. आज हम आपको बताएंगे कि दुबई के किस इलाके में सस्ते घर मिलते है.
किफायती आवास क्षेत्र की नामी कंपनी डैन्यूब ग्रुप ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर से भारतीय उनके देश में आकर फ्लैट या प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं। उनके द्वारा खरीदारी में 30 फीसदी इजाफा हुआ है।
भारतीय दुबई में संपत्ति इसलिए खरीद रहे हैं क्योंकि यहां मकानों के दाम मुंबई के उपनगरीय इलाकों में फ्लैट से भी कम पड़ रहे हैं। किराये के मकानों की भी अच्छी मांग है, इसलिए निवेश पर अच्छा रिटर्न हासिल होता है क्योंकि यहां प्रवासियों की आबादी काफी ज्यादा है।
डैन्यूब ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रिजवान साजन ने कहा, ‘2022 में हमारी आवासीय संपत्तियों में से करीब 45 फीसदी दुनिया भर में रहने वाले भारतीयों ने खरीदी हैं। इनमें संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, कनाडा तथा अन्य खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीय भी शामिल हैं। हमारी कुल बिक्री में 25 फीसदी हिस्सेदारी भारत में रहने वालों की ही है।
भारत के लोगों के लिए आकर्षण की बात यह है कि यहां मुंबई से भी बहुत सस्ते फ्लैट मिल रहे हैं।’ रिजवान ने कहा कि सांतक्रूज और अंधेरी के बीच इलाके में इस समय संपत्ति का भाव 50,000 से 1 लाख रुपये प्रति वर्गफुट है जबकि दुबई में अच्छे लोकेशन पर लक्जरी संपत्ति 34,000 से 60,000 रुपये प्रति वर्गफुट (कारपेट एरिया) में मिल रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उनकी किफायती संपत्तियों में स्पोर्ट्स सेंटर, थिएटर, जिम, स्विमिंग पूल, रेस्टोरेंट आदि होते हैं, जो भारत में प्रीमियम संपत्तियों में ही मिलती हैं।
डैन्यूब ग्रुप की किराया सेवा कंपनी भी है, जो सेवा शुल्क लेने के बाद संपत्ति के निवेश पर 6 फीसदी रिटर्न प्रदान करती है। यह कंपनी फ्लैट मालिकों की ओर से ही संपत्ति को कुछ दिन के लिए किराये पर दे देती है।
रिजवान ने कहा, ‘मुंबई में आपको 1 से 1.5 फीसदी रिटर्न मिल पाता है मगर यहां किराये पर निश्चित रिटर्न मिलता है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी मुंबई, दिल्ली और अन्य महानगरों में ही नहीं जाती बल्कि संभावना दिखने पर वह भुवनेश्वर, श्रीनगर और अन्य छोटे शहरों में भी खरीदारों को लुभाने के लिए रोडशो कर रही है।
मुंबई में पैदा हुए और वहीं पले-बढ़े रिजवान ने कहा कि जब उन्होंने बाजार में कदम रखा था तो बड़े बिल्डरों का दबदबा था, जो लक्जरी परियोजनाएं ही बनाते थे। उन्होंने देखा कि प्रवासी और संयुक्त अरब अमीरात के काफी लोग किराये के मकानों में रहते हैं। इसलिए उन्होंने किराये पर रहने वाले ऐसे 80-85 फीसदी लोगों को अपनी संपत्ति खरीदने का मौका देने का फैसला किया।
रिजवान ग्राहकों के लिए 400 से 500 वर्ग फुट जगह में पूरी तरह तैयार किफायती फ्लैट केवल 1.25 करोड़ रुपये में ले आए। इसके लिए उन्होंने 20 फीसदी अग्रिम भुगतान के साथ हर महीने 1 फीसदी भुगतान योजना की पेशकश की। रिजवान ने कहा कि उनका अनुमान था कि अधिकांश प्रवासियों के पास अग्रिम भुगतान करने के लिए पर्याप्त बचत थी और यह योजना काम कर गई।
डैन्यूब महामारी के बाद रियल एस्टेट में आई तेजी का पूरा लाभ उठा रही है। रिजवान ने कहा कि कोविड से पहले वह हर साल 1 से 2 परियोजना लाते थे, लेकिन पिछले साल वह 20 लाख वर्ग फुट की 5 परियोजनाएं लेकर आए। इस साल 40 लाख वर्ग फुट की आवासीय परियोजना लाने की योजना है।