- किडनी (गुर्दे) की बीमारी से पीड़ित लोग
सबसे ज्यादा खतरे में वे लोग हैं जिन्हें Chronic Kidney Disease (CKD) है। नारियल पानी में पोटैशियम की मात्रा बेहद अधिक होती है – एक कप में लगभग 600mg पोटैशियम होता है।
जब किडनी सही तरीके से काम नहीं करती, तो यह अतिरिक्त पोटैशियम को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती। इससे ‘हाइपरकैलेमिया’ नामक स्थिति बन जाती है, जो दिल की धड़कन को रोक सकती है।
डॉक्टर्स की चेतावनी: “किडनी के मरीजों के लिए नारियल पानी life-threatening हो सकता है। हमने कई केसेस देखे हैं जहां मरीजों को आपातकालीन dialysis करानी पड़ी।”
- डायबिटीज और प्री-डायबिटीज के मरीज
यह सुनकर आपको हैरानी होगी, लेकिन ‘नेचुरल’ नारियल पानी में भी 8-9 ग्राम शुगर होती है प्रति कप। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह blood glucose levels को अचानक बढ़ा सकती है।
Dr. Victoria Stern (Tufts Medical Center, Boston) के अनुसार: “डायबिटिक पेशेंट्स को नारियल पानी से बचना चाहिए क्योंकि इसमें glucose, fructose और sucrose होता है जो gestational diabetes का खतरा बढ़ा सकता है।”
- हाई ब्लड प्रेशर की दवा लेने वाले लोग
जो लोग BP की medicines ले रहे हैं, उनके लिए नारियल पानी की अधिकता खतरनाक है। इसमें मौजूद हाई पोटैशियम ACE inhibitors जैसी दवाओं के साथ react करके blood pressure को dangerously low level तक ले जा सकता है।
- हृदय रोग (Heart Disease) के मरीज
Medical expert warning about coconut water health risks
सबसे गंभीर खतरा उन लोगों को है जिन्हें पहले से heart problems हैं। अत्यधिक पोटैशियम heart rhythm को disturb कर देता है, जिससे cardiac arrhythmia हो सकता है।
American Heart Association का केस स्टडी बताता है कि नारियल पानी के कारण bradycardia (धीमी heartbeat) से लेकर complete heart block तक हो सकता है।
- IBS और पेट की समस्या वाले लोग
नारियल पानी में FODMAPs (Fermentable Oligosaccharides, Disaccharides, Monosaccharides, and Polyols) होते हैं। यह IBS (Irritable Bowel Syndrome) के मरीजों में bloating, diarrhea, gas और constipation का कारण बनता है।
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट की राय: “IBS के मरीजों में नारियल पानी से digestive distress बढ़ जाता है। हमारे clinic में ऐसे कई cases आते हैं।”
प्रेगनेंसी में भी हो सकता है खतरनाक
गर्भवती महिलाओं, खासकर first trimester में, नारियल पानी की अधिकता miscarriage का खतरा बढ़ा सकती है। Traditional Chinese Medicine के अनुसार, नारियल पानी की ‘cooling nature’ गर्भाशय को ठंडा कर देती है।
Dr. Sherry Ross (Providence Saint John’s Health Center) कहती हैं: “प्रेगनेंसी में electrolyte imbalance से premature labor हो सकता है।”
सुरक्षित मात्रा और सही समय:
- स्वस्थ व्यक्ति:दिन में अधिकतम 1-2 गिलास
- सुबह का समय:खाली पेट न पिएं
- Fresh coconut:पैकेज्ड की बजाय ताजे नारियल का पानी चुनें
- व्यायाम के बाद:बहुत अधिक मात्रा में न पिएं
डॉक्टर से सलाह कब लें:
- किसी भी chronic disease में
- Regular medications ले रहे हों
- Pregnancy में
- 60+ उम्र में
मेडिकल एक्सपर्ट्स की चेतावनी
All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) के cardio specialists का कहना है: “नारियल पानी को ‘completely safe’ मानना गलत है। हर व्यक्ति की medical history अलग होती है।”
ICMR की latest research (2025) के अनुसार: “भारत में diabetes और hypertension के बढ़ते cases के कारण नारियल पानी consumption को लेकर extra precaution जरूरी है।”
नारियल पानी निश्चित रूप से healthy है, लेकिन ‘healthy for everyone’ नहीं है। Social media पर viral होने वाले health trends को blindly follow करने से पहले अपनी medical condition का assessment जरूरी है।
याद रखें – जो चीज किसी के लिए अमृत है, वही किसी और के लिए विष भी हो सकती है। नारियल पानी के साथ भी यही सच है।
अगर आप ऊपर बताए गए 5 categories में से किसी में आते हैं, तो तुरंत अपने doctor से consult करें। Self-medication की तरह self-nutrition भी खतरनाक हो सकती है।
यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी medical decision से पहले qualified doctor की सलाह अवश्य लें।
Sources और Medical References: यह आर्टिकल international peer-reviewed journals, American Heart Association, Harvard Medical School, ICMR research papers और certified medical practitioners के statements पर आधारित है।















