Jambhsar Media Desk, New Delhi: मुस्लिम देश UAE ने शराब प्रेमियों को एक बड़ा तोहफा दिया है. विदेश से हज यात्रा पर आए टूरिस्ट व अन्य पर्यटकों की बढती भीड़ को देखते हुए शराब के रेट में कमी की गई है.
UAE ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अल्कोहल पर लगने वाले 30 फीसदी टैक्स को खत्म कर दिया है।
इसके साथ ही अल्कोहल खरीदने के लिए लगने वाली भारी भरकम लाइसेंस फीस को भी समाप्त कर दिया है। दुबई के दो बड़े खुदरा विक्रेताओं ने सोशल मीडिया पर इसके बारे में लिखा है।
UAE एक इस्लामिक देश है। क्योंकि इस्लाम में शराब प्रतिबंधित है इसलिए ज्यादार मुस्लिम देशों में अल्कोहल या तो बैन है या बड़े टैक्स के साथ ही मिलता है। शराब से हटाए गए टैक्स ने दुनिया भर को हैरान कर दिया है।
अन्य खाड़ी शहरों की तुलना में दुबई पर्यटकों और प्रवासी निवासियों को अपनी ओर खींचना चाहता है। इसलिए वह दुनिया में अपनी एक उदार जीवनशैली वाली छवि रख रहा है। माना जा रहा है कि यह कदम भी उसी का एक हिस्सा है।
लोकल मीडिया के मुताबिक यह नियम एक जनवरी से लागू हो गया है और एक साल तक इसका ट्रायल किया जाएगा। दुबई में एक बड़े शराब रिटेलर ने MMI ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ’30 फीसदी नगर पालिका टैक्स और शराब लाइसेंस के नियम हटाने के बाद अब अपने पसंदीदा ड्रिंक्स को खरीदना पहले से कही ज्यादा आसान और सस्ता है।’
दुबई में सस्ती हुई शराब
इस नियम के बाद पूरे अमीरात में टैक्स कटौती के बाद MMI के स्टोर्स में शराब सस्ती हुई है। एक अन्य खुदरा विक्रेता अफ्रीकन+ईस्टर्न ने भी पुष्टि की है कि अब शराब पर टैक्स लागू नहीं होगी।
लेकिन कीमतों पर 5 फीसदी का VAT लगेगा। दुबई के मीडिया कार्यालय ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। दुबई की आर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के बाद एक बार फिर वापसी कर रही है। 2022 के पहले 9 महीने में GDP में 4.6 फीसदी की वृद्धि हुई है।
पर्यटकों की संख्या 180 फीसदी बढ़ी
UAE की अर्थव्यवस्था में पर्यटन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 2022 की पहली छमाही में 2021 की तुलना में पर्यटकों की संख्या में 180 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। कई खाड़ी देशों ने अपनी तेल पर निर्भर अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए VAT लगाए हैं।
संयुक्त अरब अमीरात उन देशों में है जहां इनकम टैक्स नहीं लगता। लेकिन अब 85 लाख रुपए से अधिक के फायदे पर UAE जून से 9 फीसदी कॉर्पोरेट टैक्स लगाएगा।