Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: ऊर्जा मंत्री के होमवर्क से विभाग के कमचारियों और अफसरों की नींद उड़ गई है। बिजली कंपनियों में बड़े स्तर पर चला तबादलों का दौर। फिर आई एक और तबादला सूची।
ऊर्जा विभाग में बड़े स्तर पर हुए तबादलों ने अफसर से लेकर कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। इसमें ‘बड़े’ अभियंताओं को भी इधर-उधर कर दिया गया। वैसे तो राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम समेत बिजली कम्पनियों में बड़े स्तर पर तबादले हुए, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चाओं में जयपुर डिस्कॉम में फेरबदल रहा। डिस्कॉम में एक साथ 250 से अधिक अभियंताओं के तबादले किए गए।
इसमें मुख्य अभियंताओं से लेकर कनिष्ठ अभियंता शामिल हैं। खास यह है कि जयपुर शहर के दोनों अधीक्षण अभियंताओं को भी हटा दिया गया। शहर के उत्तर सर्कल में अशोक रावत और दक्षिण सर्कल की जिम्मेदारी लोकेश जैन को दी गई है। खासबात यह है कि जयपुर में फिर पुराने चेहरों के पास पावर की कमान रहेगी।
– राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने ‘प्रशासनिक सर्जरी’ से पहले होमवर्क भी किया। इसमें ऐसे मामलों की जांच शुरू की, जिसमें कई अफसर घेरे में थे।
– इनमें एक मामला चहेते ठेकेदारों को रोस्टर प्रक्रिया तोड़कर सर्कलों में रख-रखाव का काम देने का है।
– आरडीएसएस व कृषि कनेक्शनों में ऊंची दर पर काम देने का मामला भी गरमाया रहा।
– राजधानी सहित बड़े शहरों में निर्बाध बिजली आपूर्ति में व्यवधान आता रहा।
– मुख्य अभियंता आरके जीनवाल को जयपुर जोन का जिम्मा दिया गया है, जबकि अतिरिक्त मुख्य अभियंता आरके मीणा अब सामग्री प्रबंध का काम देखेंगे।
– 14 अधीक्षण अभियंता, 32 अधिशासी, 108 सहायक और 77 कनिष्ठ अभियंताओं को बदला गया।
– 7 एक्सईएन को एसई, 19 सहायक अभियंता को एक्सईएन, 10 कनिष्ठ अभियंता को एईएन का चार्ज दिया गया।