Jambhsar Media Digital Desk: भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-वडोदरा एक्सेस नियंत्रित ग्रीन फील्ड एलाइनमेंट एक्सप्रेस-वे (एनई-4) के 46 किमी. आठ लेन सड़क निर्माण कार्य का शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया।
भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-वडोदरा एक्सेस नियंत्रित ग्रीन फील्ड एलाइनमेंट एक्सप्रेस-वे (एनई-4) के 46 किमी. आठ लेन सड़क निर्माण कार्य का शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी कार्यक्रम से लाइव जुड़े। एक्सप्रेस-वे के साथ ही पीएम ने 17 हजार करोड़ की राजस्थान की अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से अब देश की राजधानी पहुंचना सुगम होगा।
एक्सप्रेसवे के निर्माण से राजस्थान का पर्यटन मुख्य रूप से रणथंभौर टाइगर रिजर्व और जयपुर में बढ़ेगा। एक्सप्रेस-वे सफर करने में सुरक्षित एवं जीवन बचाने के लिए उपयोगी होगा। इससे सवाईमाधोपुर जिले के कुश्तला, मुई, बौंली आदि गांव सीधे जुड़ जाएंगे। इस एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिंग आसान होने से आसपास के शहरों के बाजारों को सुगम एवं उपयुक्त बाजार मिलेगा। अमरूद जैसे स्थानीय फलों का परिवहन कम समय में दिल्ली और मुंबई सहित अन्य उपयुक्त बाजारों में किया जा सकेगा, जिससे किसानों को इनकी अच्छी कीमत मिल सकेगी।
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारतमाला परियोजना के तहत सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना में से एक है। एक्सप्रेस-वे के इस खंड का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत राजस्थान में ईपीसी मोड पर किया है। यह एक्सप्रेस-वे मुंबई के महाराष्ट्र में समाप्त होने से पहले हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात राज्यों से होकर गुजरता है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 1658.06 करोड़ की लागत से बने बौंली से कुश्तला तक की 45.64 किमी. आठ लेन सड़क का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में दो-तीन बार सवाईमाधोपुर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इन क्षेत्रों का विकास तेज गति से होगा। वहीं दिल्ली-मुंबई से कनेक्टिविटी बढ़ने से यहां के उद्योगों को गति मिलेगी। हालांकि अभी सवाईमाधोपुर क्षेत्र के कुश्तला से आगे कोटा तक का कार्य फिलहाल चल रहा है।
दिल्ली-मुंबई को जोड़ने वाला यह एक्सप्रेस-वे परिवहन के लिए सुरक्षित और सुगम साधन बनेगा। सवाईमाधोपुर में यह कुश्तला से शुरू होगा। इसके अलावा जिले के बौंली, मुई आदि गांव भी इस एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएंगे। इस परियोजना में रेस्तरां, होटल, पेट्रोल पंप, शौचालय, ट्रॉमा सेंटर, हैलीपैड आदि सुविधाएं भी शामिल हैं।
1700 करोड़ की लागत से बना है दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे
45.64 किमी. लंबाई है बौली से लेकर कुश्तला तक की
292 किमी. है सवाईमाधोपुर से दिल्ली की दूरी
18 दिसम्बर 2020 को शुरू हुआ था काम
31 दिसम्बर 2023 को इसका कार्य हुआ पूरा।