जम्भसार मीडिया खारा फलोदी ( 24 जनवरी 2024 )
फलोदी थाना क्षेत्र के खारा गाव की सरहद पर ढाणीयों मे निवास कर रहे श्याम सुंदर के परिवार की ढाणीयो के पास की घटना श्याम सुंदर जो ऐक पशु डॉक्टर है उनके घर से कुछ ही दूरी पर शाम के समय ऐका ऐक तेज रोशनी वाली टॉर्च दिखाई देती है | श्याम सुंदर किसी किसान द्वारा अपने खेतों की रखवाली हेतु कोई किसान होगा ऐसा सोच कर अपने घर मे घुस जाते लेकिन टॉर्च की रोसनी बार बार उसी इलाके मे घूम रही होती है इतने मे ही बंदूक के फायरिंग की आवाज सुनाई देती है
बंदूक के फायर की आवाज से खुली शिकारियों की पोल
जेसे ही बंदूक के फायर की आवाज सुनाई देती है तो श्याम सुंदर गाड़ी लेकर उसी इलाके मे भाग कर जाते है इतने ही दो शिकारी जो हिरण शिकार करने के लिए दबे पाव चल रहे होते है उनको पता लगता है की अचानक कोई उन्हे पकड़ने के लिए कोई या गया है वो र साइड मे छुप जाते है और गाड़ी आगे निकालने का इटजार कर रहे होते है लेकिन सहयोग से ही श्याम जिस जगह पर शिकारी छुपने का पर्यास कर रहे थे वो उसी आओर आगे बढ़ रहे थे वो लगातार बंदूक की आवाज की तरफ बढ़ रहे होते है उनको पता नहीं होता है की शिकारियों ने उन्हे घेर लिया है और उन पर भी हो सकता है जान लेवा हमला शिकारियों ने श्याम सुंदर को मारने की नियत से उठाया लिया ऐसा कदम जो सुनकर आप चोंक जाओगे
गाड़ी नहीं होती तो नहीं बच पाते श्याम सुंदर
बंदूक की आवाज सुनकर श्याम सुंदर शिकारियों की तरफ आगे बढ़ रहे थे साथ ही अपने सहयोग के लिए नजदीकी लोगों को सूचना भी दे रहे होते है की मेरे घर से नजदीक ही कुछ शिकारी आए हुवे है और उन्होंने हाल ही मे फायर किया है , आप लोग जल्दी पहुंचे इतने ही श्याम सुंदर के ऊपर शिकारियों द्वारा फायर कर दिया जाता है लेकिन गोली गाड़ी के सीसे को भेदकर निकलती है जिससे उनकी जान बच जाती है उनको गोली के छर्रे लगते है लेकिन ज्यादा नुकशान नहीं होता है और उनके सहयोग मे इतने बाकी लोग जिनको सूचना मिलती है श्रवण सियाग , शिव सरणायत और भी अनी लोग वो भी मोके पर आना शुरू हो जाते है शिकारीयो को लोग यहा घेर कर पकड़ने का प्रयास करते है
कोण थे शिकारी और केसे पकड़े गए
शिकारियों को ऐसा लगा था की हमने गाड़ी मे बेटहे लोगों पर फायर कर दिया है अब और कोई लोग आए उससे पहले यहा से भाग जाना चाहिए लेकिन घायल आवस्था मे पर्यावरण प्रेमियों ने शिकारियों को धरदबोचा जिनकी पहचान कुलदीप सिंह जाती राजपूत और महबूब खान के रूप मे हुई है | मोके पर लोगों ने पुलिस को बुलाया दोनों शिकारियों के पास से ऐक बंदूक , ऐक टॉर्च , ऐक मोटरसाइकल , ऐक बड़ी लाठी भी पुलिस ने कब्जे मे ली है बताया जाता ही की वो हिरण मारकर उनका मास आसपास की होटलों मे सफलाई करते थे
ओरण भूमि मे अवेध कब्जे के घरों मे रहेते है शिकारी
शिकारी प्रवरती के ये लोग ऐक गिरोह के रूप मे काम करते है ये लोग गूलर गाव मे कब्जे की जमीन पर अपना निवास बना रखा है वहा पर रहेते है और वही से शिकारियों का पूरा नेटवर्क ऑपरेट होता है सरकारी जमीन पर बने आवेध कब्जे को हटाने की मांग स्थानीय लोग लंबे समय से कर रहा है लेकिन उस पर राजनेतिक कारणों के चलते नहीं हो रही है |