Jambhsar Media, New Delhi : राजस्थान सरकार नें प्रदेश की महिलाओं को महाशिवरात्रि व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वनडे स्कीम का तोहफा दिया है इस स्कीम के तहत प्रदेश की महिलाएं कहीं भी निशुल्क यात्रा कर पाएंगे। विशेष तौर पर इस योजना का लाभ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं और बालिकाओं को दिया जाता है।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम कार्यकारी निदेशक ने कहा कि 8 मार्च को प्रदेश की सभी महिलाएं और बालिकाएं राजस्थान रोडवेज की समस्त साधारण और एक्सप्रेस बसों में राज्य की सीमा के अंदर निशुल्क यात्रा कर पाएगी। इस यात्रा के दौरान महिलाओं से किसी भी प्रकार का कोई टिकट नहीं लिया जाएगा। इस स्कीम के अंतर्गत वातानुकूलित और वोल्वो बसें शामिल नहीं की गई है योजना संबंधित संपूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में पढे।
राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं के उत्थान के लिए कई प्रकार की योजनाओं का संचालन कर रही है वनडे फ्री यात्रा जिसके अंतर्गत महिलाओं को विशेष सम्मान देते हुए रोडवेज के सभी बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाती है, इस योजना को गहलोत सरकार ने भी मंजूरी दी थी साथ ही सरकार द्वारा रोडवेज की साधारण बच्चों की किराए में महिलाओं के लिए रियायत को 50% तक बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा था।
आपको बता दें कि हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है इस अवसर पर ऐसी महिलाओं को याद किया जाता है जिन्होंने देश का नाम रोशन किया हो, जिन्होंने महिलाओं के आत्मसम्मान के लिए लड़ाई लड़ी तथा जिन महिलाओं ने अपने विशेष कार्यों से एक अलग छाप छोड़ी। हमारी टीम महिला दिवस के अवसर पर सभी महिलाओं को हार्दिक शुभकामनाएं देता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश की महिलाओं के अलावा बालिकाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। राजस्थान के सभी साधारण और एक्सप्रेस बसों में महिलाएं व बालिकाएं दोनों मुफ्त में यात्रा कर पाएगी इसके लिए उन्हे अपना कोई भी पहचान पत्र दिखाना होगा ।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का विचार क्लारा ज़ेटकिन का था। महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने, लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनिया भर में महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण की वकालत करने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) मनाया जाता है।
इस दिन की जड़ें 20वीं सदी की शुरुआत में हैं जब विभिन्न देशों में महिलाओं ने बेहतर कामकाजी परिस्थितियों, मताधिकार और अन्य महिला अधिकारों के मुद्दों के लिए संगठित होना और अभियान चलाना शुरू किया।