सोने की कीमतें अपने रिकॉर्ड स्तर के करीब बनी हुई हैं। कीमतों के ऊंचे स्तर पर बने रहने का मुख्य कारण मध्य पूर्व में छाया संकट है. इससे बनी अनिश्चितता के बीच निवेशक सोने में निवेश बढ़ा रहे हैं, जिसका असर कीमतों पर देखने को मिल रहा है। मौजूदा हालातों और शेयर बाजारों को लेकर चल रही आशंकाओं को देखते हुए सिटी ने अनुमान लगाया है कि आने वाले समय में सोना 3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। इसका मतलब है कि सोना मौजूदा स्तर से 25 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज कर सकता है।
सिटी का अनुमान क्या है?
15 अप्रैल को ही सिटी ने लिखा था कि सोने की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी का मुख्य कारण दुनिया के कुछ हिस्सों में चल रहे संघर्ष हैं।
सिटी का अनुमान है कि अगले 6 से 18 महीनों में सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगी. इससे पहले शुक्रवार को गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया था कि सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. इसके साथ ही 2024 के अंत में सोने का अनुमान 2300 डॉलर से बढ़ाकर 2700 डॉलर कर दिया गया है.
मध्य पूर्व में संकट बढ़ने के बाद से सोने की कीमत में यह बढ़ोतरी देखी गई है। पिछले हफ्ते के अंत में ही ईरान ने इजराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था. अब इजराइल के जवाबी कदमों से दुनिया भर के निवेशक डरे हुए हैं.
निवेशकों को डर है कि अगर इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की तो दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ जाएगा. इसे देखते हुए सोने में निवेश बढ़ रहा है और कीमतों में उछाल देखा जा रहा है।पिछले हफ्ते शुक्रवार को ही सोने की कीमत अब तक के अपने उच्चतम स्तर 2448.8 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई थी. फिलहाल सोने की कीमत 2380 डॉलर प्रति औंस के आसपास बनी हुई है.