Gold Mines In Rajasthan: राजस्थान की इन 3 तहसीलों में निकाला जाएगा सोना, जल्द होगी खानों की शुरुआत

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Jambhsar Desk, New Delhi: राजस्थान अब मालामाल होने वाला है. राजस्थान की तीन तहसीलों में सोना के अकूत भण्डार पाएं जाने की सूचना के बाद अब सरकार हरकत में आई है. जल्द ही राजस्थान के बाँसवाड़ा जिले में जहाँ सोने के भण्डार मिले है वहां खानों की शुरुआत की जाएगी.

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इसके अलावा अब राजस्थान के लिए एक और बड़ी खुशखबरी है. सोने की खदानों के मामले में राजस्थान अब देशभर में बिहार के बाद दुसरे स्थान पर आ गया है. देशभर में सोने के भंडार 654 मेट्रिक टन के आसपास होने का अनुमान है। इसमें बिहार के बाद सबसे ज्यादा सोना राजस्थान की जमीन में दबा है।

राजस्थान में करीब 235 मेट्रिक टन सोने के भंडार होने का आकलन किया जा रहा है। अब जल्द ही सोने की पहली खदान की राजस्थान सरकार नीलामी करने जा रही है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले बांसवाड़ा जिले की घाटोल तहसील के भूकिया-जगपुरा, देलवाड़ा और पंच-महूरी में सोने का खनन शुरू हो सकता है।

इसके लिए खान विभाग यहां खान की नीलामी करने की बड़े स्तर पर तैयारी कर रहा है। राजस्थान गोल्ड माइंस की नीलामी के साथ ही गोल्ड खनन करने वाले प्रदेश के रूप में देश-दुनिया के नक्शे पर आ जाएगा।

तैयारी में जुटा खान विभाग
खान विभाग खान की नीलामी के साथ ही प्रदेश में अन्य कई स्थानों पर भी खानों की नीलामी को लेकर तैयारी में जुटा है। जल्द अन्य स्थानों पर भी सोने की खानों की नीलामी की जाएगी।

राजस्थान में उदयपुर, बांसवाड़ा, दौसा और डूंगरपुर में सोने के भंडार हैं। बांसवाड़ा जिले के अलावा दौसा के ढाणी बसेड़ी, उदयपुर के डेगोचा में सोने के भंडारों की खोज हो चुकी है। डूंगरपुर के भारकुंडी, अरावली क्षेत्र में भी सोने के भंडार मिलना बताया जा रहा है।

बांसवाड़ाः भूकिया-जगपुरा
खान विभाग भूकिया-जगपुरा में करीब 226 टन सोने के भंडार होने का आकलन कर रहा है।

यहां 6.50 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में खान आवंटन के लिए लिए जगह चिन्हित की गई है। इस स्वर्ण भंडार की कीमत 1.12 लाख करोड़ रुपए के आसपास अनुमानित मानी जा रही है।

यहां स्वर्ण अयस्क के खनन के दौरान 1.74 लाख टन से अधिक कॉपर, 9700 टन से अधिक निकल और 13500 टन से अधिक कोबाल्ट खनिज मिलने का भी आंकलन लगाया गया है।

दौसाः ढाणी-बसेड़ी
दौसा जिले के ढाणी बसेड़ी में 1.85 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में स्वर्ण भंडार चिन्हित किए गए हैं। खान विभाग का मानना है कि इस क्षेत्र में करीब 6.52 टन से ज्यादा सोने के भंडार हैं। इसकी बाजार कीमत 3250 करोड़ से अधिक आंकी जा रही है।

उदयपुरः डेगोचा
डेगोचा में स्वर्ण भंडार 4.72 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में मिले हैं। यहां खनन चालू होने पर माना जा रहा है कि 2.84 टन सोना निकलेगा। इस सोने की कीमत का आकलन 1410 करोड़ रुपए से अधिक किया जा रहा है।

सोने के साथ यह कीमती धातु भी निकलेंगी
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सोने के खनन के साथ बड़ी मात्रा में कॉपर, निकल और कोबाल्ट का भी खनिज मिलेगा। इससे देश और प्रदेश में इलेक्ट्रोनिक, पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल, बैटरी, एयर बैग सहित कई उद्योग लग सकेंगे।

इससे प्रदेश में भारी निवेश का मार्ग खुलेगा और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। कॉपर मिलने से कॉपर इण्डस्ट्रीज के साथ ही कॉपर की इलेक्ट्रोनिक क्षेत्र में कच्चे माल की उपलब्धता बढ़ेगी। निकल से बैटरी उद्योग, सिक्कों की ढ़लाई, इलेक्ट्रोनिक उद्योग लग सकेंगे। कोबाल्ट एयर बैग और पेट्रोकेमिकल उद्योग में काम में लिया जा सकेगा।

देश में कितने स्वर्ण भंडार
देश में स्वर्ण भंडारों की खोज अब तक 6 राज्यों में हुई है। बिहार में सबसे ज्यादा और दूसरे नंबर पर राजस्थान में स्वर्ण भंडार मिले हैं।
बिहार – 44
राजस्थान – 25
कर्नाटक – 21
पश्चिमी बंगाल – 3
आन्ध्र प्रदेश – 3
झारखण्ड – 2

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