Jambhsar Media, New Delhi : देश की सबसे बड़ी प्राइवेट बैंक के द्वारा इस साल जनवरी से रेपो रेट से लिंक्ड अपने होम लोन की ब्याज दर बढ़ाई गई है। बहराल बीते साल अप्रैल से आरबीआई ने रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है।
किया गया इजाफा सिर्फ सैंक्शड होम लोन के लिए ही है। इसका अर्थ है कि होम लोन के पुराने ग्राहकों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। जनवरी में 50 लाख के होम लोन पर सबसे कम 8.35 फीसदी का ब्याजा था। अब ये बढ़कर 8.70 फीसदी हो गया है।
वहीं 1 अक्टूबर 2019 के बाद सैंक्शंड सभी रिटेल लोन एक एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक्ड है। अधिकतर बैंकों के मामले में ये बेंचमार्क रेपो रेट हैं। एचडीएफसी लिमिटेड का अब एचडीएफसी बैंक में विलय हो गया है।
मॉर्टगेज वर्ल्ड के फाउंडर विपुल पटेल ने कहा कि एचडीएफसी बैंक में विलय से पहले एचडीएफसी 8.30 से 8.45 फीसदी ब्याज रेट परहो लोन दे रही थी। मर्ज होने के बाद एचडीएफसी बैंक पोर्टफोलियो लेवल पर होम लोन पर ब्याज रेट बढ़ता रहा है। उसने फंड की बढ़ती लागत को इसका कारण बताया है।
मायमनीमंत्रा डॉट कॉम के एमडी राज खोसला के मुताबिक, बैंक के होम लोन का ब्याज रेट बढ़ाने का कारण लिक्विडिटी पर चल रहा दबाव है। इसका प्रभाव न केवल एचडीएफसी बैंक बल्कि दूसरे बैंकों पर भी पड़ा है।
पैसाबाजार के डेटा के अनुसार, एक्सिस बैंक और करूर विज्या बैंक ने भी होम लोन के ब्याज दर इस साल 5 बीपीएस तक बढ़ाया है। सरकारी बैंकों में एसबीआई, बीओबी और बीओआई ने होम लोन पर ब्याज दर नहीं बढ़ाया है।
होम लोन का ब्याद दर बढ़ने का काफी प्रभाव पड़ता है। ऐसे में मान लें एचडीएफसी बैंक से 50 लाख रुपये का होम लोन 25 साल के लिए जनवरी में लिया है। तब तक ब्याज दर 8.35 फीसदी था। तब से ब्याज पर होने वाला कुल खर्च 69.27 लाख रुपये था।
अगर बी नाम वाला शख्स होम लोन लेता है तो 50 लाख का ये लोन भी 25 साल के लिए है। बैंक ने इस पर 8.75 फीसदी ब्याज रेट बढ़ाया है। इस पर 25 साल होने वाला कुल खर्चा 73.32 लाख रुपये का होगा।