Jambhsar Media Digital Desk : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि एनसीआर के इस शहर में प्रोपर्टी की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। बता दें कि यहां पिछले एक साल में घरों की कीमत 21 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ चुकी है। जिसके चलते यहां घर खरीदना मिडिल क्लास की पहुंच से बाहर हो गया है।
दिल्ली-एनसीआर में घर खरीदना आसान नहीं रह गया है. कई कारणों से घरों की कीमतें आसमान छूती जा रही हैं. एनसीआर में सस्ते घर के लिए एक उम्मीद की तरह आए ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रेट अब आम आदमी की पहुंच से बाहर होते जा रहे हैं. यहां पिछले एक साल में घरों की कीमत 21 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ चुकी है. साथ ही किरायेदारों के लिए भी मुसीबत बढ़ी है. किराया भी 13 फीसदी से ज्यादा उछाल मार चुका है.
मैजिकब्रिक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक लोगों में 1250 स्क्वायर फुट से ज्यादा बड़े घरों को खरीदने की रुचि बढ़ी है. कुल मांग का 54.5 फीसदी हिस्सा इसी केटेगरी से आ रहा है. ज्यादातर लोगों ने 5000 से 7500 रुपये प्रति स्क्वायर फुट तक कीमत वाली प्रॉपर्टी की डिमांड की है. यह मांग ना सिर्फ घरेलू बल्कि एनआरआई कस्टमर से भी आई है.
दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और मुंबई के लोग ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्रॉपर्टी खरीदने के सबसे ज्यादा उत्सुक हैं. इसके चलते घरों के रेट 21.6 फीसदी तक उछल गए हैं. इसमें सालाना आधार पर 13.15 फीसदी का उछाल आया है.
इस रिपोर्ट से ये भी पता चल रहा है कि अब लोग छोटे घरों की बजाए बड़े घरों की तरफ ज्यादा आकर्षित हैं. इन घरों की मांग और बिक्री दोनों में इजाफा हुआ है. ग्रेटर नोएडा के दूसरे इलाकों की तुलना में वेस्ट में लोगों को घर मिलने की दर भी 8.62 फीसदी बढ़ी है. यही वजह है कि यहां घर लेने में लोगों की दिलचस्पी में भी इजाफा हुआ है.
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अमरीका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम और यूएई में जाकर बस चुके एनआरआई भी ग्रेटर नॉएडा वेस्ट को अपना घर बना लेना चाहते हैं. यहां विदेशों से आ रही डिमांड (Demand) में इनका हिस्सा लगभग 85 फीसदी है. एनसीआर में ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) वेस्ट का रुतबा बढ़ा है. यहां घरों की कीमत भी दायरे में रखने की पूरी कोशिश की जा रही है, जिसके चलते लोगों में इस इलाके के प्रति रुझान बढ़ा है.