Jambhsar Media Digital Desk : आज हम इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि आखिर पति या ससुराल की संपत्ति पर पत्नी का कितना अधिकार होता है? इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि पति की संपत्ति में पत्नी के अधिकारों को लेकर कानूनी प्रावधान क्या हैं? आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
भारतीय संविधान ने महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक स्तर पर सशक्त करने के लिए कई अधिकार प्रदान किए हैं। सरकार समय समय पर संसद में कानून लाकर महिलाओं को मजबूत करने की दिशा में काम करती है। हालांकि, संपत्ति से जुड़े अधिकारों को लेकर स्त्रियों में न केवल जागरूकता की कमी है बल्कि पुरुष प्रधान समाज में वे अपने अधिकारों को लेकर मुखर भी नहीं हो पाई हैं। इसी कड़ी में महिलाओं की जागरूकता को बढ़ाने के उद्देश्य से आज हम महिलाओं के संपत्ति से जुड़े अधिकार के बारे में बताने जा रहे हैं। आज हम इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि आखिर पति या ससुराल की संपत्ति पर पत्नी का कितना अधिकार होता है? इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि पति की संपत्ति में पत्नी के अधिकारों को लेकर कानूनी प्रावधान क्या हैं? आइए जानते हैं –
महिला की जिस व्यक्ति से शादी होती है। अगर उस व्यक्ति ने खुद से संपत्ति को अर्जित किया है। ऐसे में उस संपत्ति पर पूरी तरह उसी व्यक्ति का अधिकार होता है।
व्यक्ति अपनी संपत्ति जैसे घर, मकान, दुकान, जायदाद आदि पर उसका पूरी तरह से अधिकार होता है। वह जब चाहे अपनी संपत्ति को बेच सकता है या किसी और के लिए वसीयत लिख सकता है। इसको लेकर उसके पास पूरे अधिकार होते हैं।
वहीं पति के जीवित होने पर महिला अपने पति की संपत्ति पर किसी प्रकार के कोई अधिकार का दावा नहीं कर सकती है। पति को यह निर्णय लेना होता है कि वह पत्नी को अपनी संपत्ति में हिस्सा दे या नहीं।
अगर पति मरने से पहले अपनी संपत्ति का हिस्सा पत्नी की जगह किसी और के नाम पर कर देता है। ऐसी स्थिति में पत्नी उस संपत्ति पर अपना हक नहीं जता सकती है। ऐसे में संपत्ति के स्वामित्व पर पूरा हक पति का होता है।