Jambhsar Media Digital Desk : आरबीआई गवर्नर देश के उच्च पदों में से एक होता है। इस पद को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं। आप जानते हैं कि आरबीआई गवर्नर कैसे बनते हैं, क्या इस पद के लिए कोई प्रतियोगी परीक्षा देनी पड़ती है, इस आसीन शख्स को कितनी सैलरी मिलती है? आज हम जानेंगे इस पद से जुड़े ऐसे ही कुछ अहम सवालों के जवाब…
यदि आपके पास कोई नोट है और आप उसपर साइन देख रहे हैं तो वो आरबीआई गवर्नर का ही साइन (RBI Governor’s signature) होता है। उन्हीं के साइन के बाद नोट की छपाई होती है। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर का मुख्य कार्य (Main functions of RBI Governor) मौद्रिक नीति तैयार करना और उनका कार्यान्वयन करना और निगरानी करना होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के इस उच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को हर महीने कितनी तनख्वाह (RBI Governor Facility And Salary) दी जाती है। यदि नहीं तो चलिए आज जान लेते हैं।
यह एक हाई-प्रोफाइल नौकरी है, जिसके लिए प्रासंगिक अनुभव और प्रतिष्ठित वर्क हिस्ट्री होनी जरूरी है। पहले स्ट्रॉन्ग जॉब प्रोफाइल और पदोन्नति वाले आईएएस अधिकारियों को यह पद दिया जाता था, लेकिन अब अपेक्षित कार्य अनुभव और करियर उपलब्धियां रखने वाले ग्रेजुएट, मास्टर्स, चार्टर्ड अकाउंटेंट की डिग्री रखने वाला कोई भी व्यक्ति आरबीआई का गवर्नर बन सकता है। इकोनॉमिक्स में डिग्री इस पद के लिए एक अतिरिक्त लाभ है।
आरबीआई गवर्नर के साइन करने के बाद ही नोटों की छपाई होती है। इनका मुख्य कार्य मौद्रिक नीति तैयार करना, उनका कार्यान्वयन और देखरेख करना होता है। जानकारी के मुताबिक भारत सरकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर पद पर आसीन व्यक्ति को सैलरी के तौर पर महीने के 2।5 लाख रुपये देती है। इस पे स्केल के अंदर देश के उच्च पदों पर आसीन अधिकारी आते हैं। इसके अलावा उन्हें कई तरह की सुविधाएं भी दी जाती हैं।
आरबीआई का हेडक्वार्टर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में है। यहां पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर को सैलरी के अलावा एक बड़ा आधिकारिक आवास, गाड़ी और ड्राइवर जैसी मुख्य सुविधाओं के साथ ही अन्य फैसिलिटी भी दी जाती हैं।
आरबीआई गवर्नर बनने के लिए सबसे जरूरी शर्त है कि व्यक्ति को भारतीय नागरिक होना चाहिए।
इस पद नियुक्ति के लिए व्यक्ति की आयु सीमा उम्र 40 से 60 साल तय की गई है।
व्यक्ति को बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में न्यूनतम 20 साल का वर्क एक्सपीरियंस होना जरूरी है।
व्यक्ति प्रतिष्ठित बैंकिंग, फाइनेंशियल या एकेडमिक इंस्टीट्यूशन में सीनियर पोजिशन पर कार्यरत रहा हो।
देश की किसी भी पॉलिटिकल पार्टी से उस व्यक्ति का संबद्ध नहीं होना चाहिए।
विश्व बैंक या आईएमएफ में काम करने का अनुभव।
वित्त मंत्रालय में काम किया होगा।
किसी बैंक का अध्यक्ष या महाप्रबंधक होना जरूरी है।
अपॉइंटमेंट्स कमेटी ऑफ कैबिनेट (ACC) द्वारा आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति की जाती है। इस कमेटी के चेयरमैन प्रधानमंत्री होते हैं। अपॉइंटमेंट्स कमेटी ऑफ कैबिनेट आरबीआई गवर्नर के पद पर किसी व्यक्ति की नियुक्ति इस पद के लिए निर्धारित योग्यता और कार्य अनुभव के आधार पर करती है।