Jambhsar Media Digital Desk : डॉलर को पूरी दुनिया में इंटरनेशनल करेंसी कहा जाता है। कोई भी देश डॉलर में भुगतान लेने को तैयार हो जाता है। भारत की मुद्रा रुपया को भी इस तरह का सम्मान मिलता है। भले ही ‘रुपये’ को डॉलर जितनी आसानी से इंटरनेशनल ट्रेड में स्वीकार ना किया जाता हो, लेकिन फिर भी कुछ ऐसे देश हैं जो कि भारत की करेंसी में आसानी से पेमेंट स्वीकार करते हैं। और कई ऐसे देश भी है जहां पर भारतीय करेंसी (Indian Currency) मान्य है। लेकिन हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कि अब इंडोनेशिया में गांधी जी वाला नोट चलेगा। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते है-
भारत लगातार दुनिया के कई देशों के साथ रुपए में व्यापार को बढ़ावा दे रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस से तेल खरीदने के मामले में तो भारत ने रुपए में व्यापार किया और डिस्काउंट पर कच्चा तेल भी खरीदा। अब भारत का यही रुपया इंडोनेशिया (Indonesia) में भी चलेगा। लोग बिना करेंसी एक्सचेंज या डॉलर की व्यवस्था किए बगैर ही इंडोनेशिया के साथ व्यापार कर सकेंगे। इसके लिए भारत के केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) और बैंक इंडोनेशिया के बीच एक एमओयू साइन किया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और बैंक इंडोनेशिया (Bank Indonesia) ने बृहस्पतिवार को आपस में इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। दोनों देश अब द्विपक्षीय व्यापार में स्थानीय मुद्रा के इस्तेमाल को बढ़ावा देंगे। इसमें भारतीय रुपया और इंडोनेशिया का रुपैया दोनों मुद्रा शामिल हैं।
RBI ने एक बयान में कहा है कि दोनों देशों के बीच सीमापार लेनदेन के लिए एक व्यवस्था बनेगी। भारतीय रुपये और इंडोनेशियाई रुपैया (Indonesian rupiah) में लेनदेन हो सके इसके लिए ही दोनों देशों के केंद्रीय बैंक के बीच एमओयू पर साइन किया गया है। इस सिस्टम के बनने के बाद दोनों देशों के एक्सपोर्टर और इंपोर्टर को बहुत फायदा होगा। वह अपनी डोमेस्टिक करेंसी में ही बिल और भुगतान कर सकेंगे।
इस व्यवस्था का एक और फायदा होगा कि इंडोनेशियाई रुपैया और भारतीय रुपए के बीच विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार का विकास होगा। वहीं विदेशी मुद्रा के तौर पर भारतीय रुपए की मांग और विश्वसनीयता बढ़ेगी।
आरबीआई (RBI)के बयान के मुताबिक डॉलर से इतर घरेलू मुद्रा में व्यापार होने से इसकी लागत कम होगी। साथ ही लेनदेन का निपटान करने में कम समय लगेगा। इस एमओयू पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) और बैंक इंडोनेशिया के गवर्नर पेरी वारजियो ने हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी से आरबीआई (RBI) और बीआई के बीच द्विपक्षीय सहयोग और मजबूत होगा।
बयान में कहा गया है कि द्विपक्षीय लेनदेन में स्थानीय मुद्राओं का उपयोग अंततः भारत और इंडोनेशिया के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वित्तीय एकीकरण तथा प्राचीन काल से चले आ रहे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान देगा।