Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: बाबा खाटूश्यामजी व सालासर बालाजी के भक्तों तथा पिलानी वासियों के लिए बड़ी खबर है। अब तीनों ही जगह रेलगाड़ी दौड़ती नजर आएगी। रेलवे ने इसकी मंजूरी दे दी है।
देश विदेश में प्रसिद्ध राजस्थान के पिलानी, खाटूश्यामजी व सालासर में अब रेलगाड़ी दौड़ती नजर आएगी। केन्द्र सरकार ने लुहारू व पिलानी के बीच रेल चलाने के लिए हरी झंडी दे दी है। दिवाली से पहले इसका सर्वे कार्य पूरा हो जाएगा। फिर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जाएगी। इसके बाद धरातल पर अन्य कार्य होंगे। यह सपना इसलिए जल्द पूरा होगा, क्योंकि इसके लिए बजट मंजूर हो गया है।
रेल चलने के बाद पिलानी जयपुर, झुंझुनूं,दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई सहित देश के सभी बड़े शहरों से सीधा जुड़ जाएगा। रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशिकिरण ने बताया कि पिलानी से लोहारू के बीच फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी मिल गई है। इस पर साठ लाख रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा खाटूश्यामजी-सालासर सुजानगढ की 45 किलोमीटर लम्बी नई लाइन के सर्वे की मंजूरी भी मिली है। इस पर एक करोड बारह लाख पचास हजार रुपए खर्च किए जाएंगे।
कहां से कहां : पटरियां लुहारू से पिलानी के बीच डाली जाएंगी। लुहारू में पहले से जंक्शन हैं। ऐसे में पिलानी पूरे भारत से रेल से जुड़ जाएगा।
लम्बाई: पिलानी व लुहारू के बीच 24 किमी लम्बी पटरियां डलेंगी।
अभी यह होगा:
फाइनल लोकेशन के सर्वे की मंजूरी मिली है। इसके लिए साठ लाख रुपए मंजूर हो गए हैं।
आगे क्या:
सर्वे के बाद इसकी डिटेल प्रोजेक्टर रिपोर्ट बनेगी। कितने फाटक, पुल, ओवरब्रिज व अंडरब्रिज बनेंगे। बीच में कोई स्टेशन रहेगा या नहीं। डीपीआर की मंजूरी के बाद जमीन का अधिग्रहण होगा। इसके बाद बजट मिलते ही धरातल पर कार्य चालू हो जाएगा। पटरियां डलने के बाद इस पर स्पीड जांच के लिए सीआरएस होगा। सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही आमजन को इंजन की सीटी सुनाई देने लग जाएगी।
पिलानी पूरी दुनिया में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (बिट्स पिलानी) के लिए प्रसिद्ध है। बिट्स पिलानी की रैंकिंग पूरे विश्व के श्रेष्ठ संस्थानों में आती है। भारत के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में इसकी गिनती होती है। बिट्स में इंजीनियरिंग सहित अन्य विषयाें की पढाई के लिए पूरे भारत से छात्र-छात्राएं आते हैं। रेल चलने से उनका आवगमन आसान हो जाएगा। इसके अलावा यहां केन्द्र सरकार की प्रयोगशाला सीरी है। इसमें देश के अनेक हिस्सों से वैज्ञानिक आते हैं। इसके साथ ही क्षेत्र में अन्य सैन्य से जुडे संस्थान भी हैं। रेल चलने से विकास और तेज गति से होगा।
राजस्थान के चूरू जिले के सालासर में बालाजी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। यहां देश विदेश से लाखों भक्त बाबा के दर्शन करने आते हैं। अभी ट्रेन सुजानगढ़ तक ही जाती है। इसके बाद सालासर तक जाने लगेगी। वहीं सीकर जिले के दांतारागढ़ क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध खाटूश्यामजी का मंदिर है। यहां में देश विदेश से लाखों भक्त बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। अभी रेल रींगस तक ही जाती है। इसके बाद ट्रेन खाटू तक जा सकेगी।
यह जिले के लिए बहुत बडी सौगात है। अब जिले में तीन रेल लाइन हो जाएगी। पिलानी से लोहारू के बीच चौबीस किलोमीटर की लाइन बिछाई जाएगी। इसके सर्वे को मंजूरी मिल गई है। सर्वे के लिए केन्द्र सरकार ने साठ लाख रुपए का बजट भी मंजूर कर दिया है। मैंने कई बार इस मामले को रेल मंत्री के सामने उठाया था।