Jambhsar Media Digital Desk : जॉइन्ट होम लोन लेने पर आपको कई फायदे मिलते हैं. अगर आप होम लोन लेने का सोच रहे हैं तो आप अपनी पत्नी के साथ मिलकर इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. इससे आपको कम ब्याज दर पर लोन के रूप में मोटी रकम मिल जाएगी. साथ में दोनों लोग टैक्स छूट के लिए भी क्लेम कर सकते हैं.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
हर किसी का यह सपना होता है कि उसका भी अपना घर हो. लेकिन प्रॉपर्टी की कीमतों को देखते हुए इतनी बचत कर पाना मुमकिन नहीं है कि घर खरीदा जा सके. इसलिए ज्यादातर लोग अपना घर बनवाने के लिए या खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेते हैं. होम लोन के जरिए आपको घर के लिए मनचाही रकम मिल जाती है और आप इसे बाद में आसान किस्तों में चुका सकते हैं. होम लोन लेने पर आपको इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्वाइंट होम लोन लेने के कई फायदे हैं. वहीं साथ में महिला एप्लीकेंट होने पर उसे अलग से कई फायदे मिलते हैं. आप अपनी पत्नी या फिर बहन को भी होम लोन के लिए ज्वाइंट एप्लीकेंट बना सकते हैं. आइए जानते हैं ज्वाइंट होम लोन के क्या फायदे हैं.
अगर आप अपनी पत्नी के साथ मिलकर ज्वाइंट होम लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे बड़ा फायदा यही है कि दोनों की इनकम और क्रेडिट स्कोर के आधार पर आपको लोन के रूप में मनचाही रकम अच्छी ब्याज दर पर मिल जाती है. वहीं, इसका एक फायदा ये भी हैं कि होम लोन के मामले में दोनों लोग सेक्शन 80C के तहत इनकम टैक्स बेनेफिट का दावा कर सकते हैं. दोनों एप्लीकेंट ब्याज पर 2 लाख रुपये और मूलधन पर 5 लाख रुपये का लाभ उठा सकते हैं.
अगर आप अपने ज्वाइंट होम लोन एप्लीकेशन में किसी महिला को एप्लीकेंट को रखते हैं तो इसके आपको अलग से फायदे मिलते हैं. बता दें कि महिला होम लोन एप्लीकेंट को बैंक कम ब्याज दर पर लोन मुहैया कराते हैं. यह दर सामान्य होम लोन रेट से लगभग 0.05 फीसदी यानी 5 बेसिस प्वाइंट्स कम होती है. इस तरह आप महिला एप्लीकेंट के साथ होम लोन के लिए अप्लाई करके कम ब्याज दर का फायदा भी उठा सकते हैं.
आपको बता दें कि ज्वाइंट होम लोन लेने पर उसे चुकाने का भार किसी एक को नहीं उठाना पड़ेगा. क्योंकि इससे दोनों एप्लीकेंट के बैंक अकाउंट लिंक होंगे जिससे कोई भी ईएमआई मिस नहीं होगी. लेकिन इसके लिए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि ईएमआई की तारीख से पहले दोनों में से किसी एक बैंक अकाउंट में उसकी किस्त चुकाने जितना पैसा होना चाहिए. अगर दोनों के अकाउंट में पैसा नहीं होने पर आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है.