Jambhsar Media Digital Desk : ऐसे में अगर आप किसी के लिए गारंटर बनने जा रहे हैं तो ये फैसला सोच समझकर लेना चाहिए। बता दें कि जिसके लोन के लिए आप गारंटर बन रहे हैं वह अपना लोन नहीं चुकाता है तो आप बुरी तरह फंस सकते हैं। आज हम आपको गारंटर बनने से पहले ध्यान में रखने योग्य कुछ बातें यहां बता रहे हैं।जिन्हें जान लेना आपके लिए बेहद जरूरी है…
जब भी किसी को लोन (Loan) की जरूरत पड़ती है, तो बैंक से लोन लेने के लिए एक गारंटर (Guarantor) की जरूरत पड़ती है। गारंटर बनने के लिए भी कई तरह के नियमों का पालन करना पड़ता है। अगर आप किसी के लोन का गारंटर बनते हैं, तो आपको भी कई दस्तावेजों पर साइन करने पड़ते हैं।
इसलिए गारंटर बनान महज औपचारिकता भर नहीं है। अगर लोन लेने वाला व्यक्ति लोन की रकम नहीं चुका पाता है, तो आपके घर भी नोटिस (Notice) आ सकता है। इसलिए किसी के लोन का गारंटर बनने से पहले नियमों को जानना बहुत जरूरी है।
बैंक या कोई भी वित्तीय संस्थान ज्यादातर बिना गारंटर के लोन (loan without guarantor) नहीं देते हैं। लोन के गारंटर पर बड़ी जिम्मेदारी होती। अगर लोन लेने वाला शख्स लोन नहीं चुका पाता है, तो कानूनी रूप से गारंटर पर इसे चुकाने की जिम्मेदारी होती है।
Bank की वेबसाइट के अनुसार, गारंटर वो होता है, जो किसी और के लोन का भुगतान करने के लिए सहमत होता है। गारंटर होना केवल लोन लेने वाले की मदद करने की औपचारिकता भर नहीं है बल्कि लोन को चुकाने के लिए गारंटर समान रूप से जिम्मेदार होता है। हालांकि, प्रत्येक बैंक ने गारंटर के लिए अलग-अलग नियम (Different rules for guarantors) बनाए हैं।
नियमों के मुताबिक, किसी को लोन की गांरटी देने वाला व्यक्ति (loan guarantor) लोने लेने वाले के बराबर का कर्जदार होता है। डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक पहले लोन लेने वाले को नोटिस भेजता है। अगर उसका जवाब नहीं आता है, तो बैंक कर्जदार के साथ गारंटर को भी नोटिस भेजता है। पहले बैंक की पूरी कोशिश लोन लेने वाले से ही पैसे वसलूने की होती है, लेकिन वो नहीं चुका पाता है, तो गारंटर को भी डिफॉल्ट के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
हालांकि, बैंक सभी तरह के लोन पर गारंटर की नहीं ढूंढते हैं, लेकिन जब उन्हें पर्याप्त डॉक्यूमेंट नहीं मिल पाता और बैंक को लगता है कि कर्ज लेने वाला व्यक्ति इसे नहीं चुका पाएगा, तो इस स्थिति में वो गारंटर लाने के लिए कहते हैं। अगर कोई बड़ी राशि का लोन ले रहा है, तो इसके लिए गारंटर की जरूरत पड़ती है। इसलिए किसी का भी गारंटर बनने से पहले सभी नियमों को जान लेना बहुत जरूरी है।
लोन गारंटर बनने के दौरान हमारा क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नियमों के अनुसार आपके क्रेडिट की जांच की जाती है। जैसे आपने बैंक से लोन लिया है, तो उसकी ईएमआई की स्थिति क्या है। अगर क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं, तो बिल समय पर भर रहे हैं या नहीं। अगर लोन लेने वाला व्यक्ति उसे नहीं चुका पाता है, तो आपका भी क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा। फिर जब कभी आप लोन लेने जाएंगे, तो परेशानी उठानी पड़ सकती है।