Jambhsar Media, New Delhi: बढ़ते यात्रीभार को देखते हुए अब एयरपोर्ट ऑथोरिटी अब जयपुर अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टर्मिनल 3 बनाने की तैयारी की जा रही है. अडाणी समूह एयरपोर्ट पर नई बिल्डिंग का निर्माण कराने जा रहा है, जिसके तहत यहां नया इंटिग्रेटेड टर्मिनल (integrated terminal) बनेगा, जो करीब डेढ़ लाख वर्गमीटर क्षेत्रफल में होगा।
एयरपोर्ट के विस्तार को देखते हुए एयरपोर्ट प्रशासन ने जेडीए को पत्र लिखकर बाउंड्री वॉल के बाहर 25 हजार वर्ग मीटर अधिग्रहण करने के लिए कहा है।
दरअसल, अडाणी समूह ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एयरपोर्ट बिल्डिंग के विस्तार की योजना बनाई है। वर्तमान में दोनों टर्मिनल भवन छोटे पड़ने लगे हैं।
एयरपोर्ट से मौजूदा वित्त वर्ष में यात्रियों की संख्या करीब 55 लाख तक पहुंच सकती है। मौजूदा टर्मिनल-2 की बिल्डिंग अधिकतम 50 लाख यात्री भार की क्षमता ही वहन कर सकती है।
चुनाव बाद टर्मिनल-1 से फ्लाइट संचालन
उधर, टर्मिनल-1 बनकर तैयार है, लेकिन इसे अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है। एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसे लोकसभा चुनाव के बाद शुरू करने की योजना है, जिसके बाद इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन टर्मिनल-1 से किए जाने की संभावना है।
टर्मिनल-1 से सालाना 10 लाख यात्रीभार ही वहन किया जा सकता है। इसे देखते हुए टर्मिनल-3 का भवन बनाया जाना बहुत जरूरी है।
स्टेट हैंगर की तरफ बनेगा टर्मिनल-3
चीफ एयरपोर्ट ऑफिसर विष्णु मोहन झा ने बताया कि टर्मिनल-3 टर्मिनल-2 से आगे स्टेट हैंगर की तरफ बनेगा। बिल्डिंग के निर्माण कार्य की शुरुआत पिछले साल जून से होनी थी, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।
एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (एईआरए/एरा) से एयरपोर्ट प्रशासन ने नए टर्मिनल भवन निर्माण और टैरिफ बढ़ाने को लेकर अनुमति मांगी है।
ग्राउंड फ्लोर पर अलग पाथ-वे बनेगा
टर्मिनल-3 में यात्रियों के प्रस्थान के लिए एलिवेटेड रोड बनेगा, जिसकी ऊंचाई 30 फीट होगी और यात्री सीधे फर्स्ट फ्लोर पर डिपार्चर के लिए जा सकेंगे। वहीं यात्रियों के आगमन के लिए ग्राउंड फ्लोर पर अलग पाथ-वे बनाया जाएगा।
जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने एलिवेटेड रोड और पाथ-वे के लिए एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल के बाहर करीब 25 हजार वर्ग मीटर जमीन लेने के लिए जेडीए से भूमि अधिग्रहण के लिए भी कहा है।
वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं
-टर्मिनल-2 की तुलना में टर्मिनल-3 पांच गुना बड़ा होगा
-अभी टर्मिनल-2 भवन 29246 वर्गमीटर क्षेत्र में बना हुआ है।
-सांगानेर की तरफ टर्मिनल-1 भवन 11529 वर्गमीटर क्षेत्र में है।
-टर्मिनल-2 की तुलना में टर्मिनल-3 पांच गुना बड़ा होगा।
-यह भवन टर्मिनल-2 से आगे स्टेट हैंगर की तरफ बनाया जाएगा।
-एयरपोर्ट प्रशासन का अनुमान है कि करीब 2476 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
-एलिवेटेड डिपार्चर और अराइवल रोड बनाने पर 312 करोड़ खर्च होंगे।
-टर्मिनल-2 के अपग्रेडेशन पर भी करीब 279 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
-विमानों की पार्किंग क्षमता बढ़ाने के लिए एप्रन में करीब 34 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
-जनवरी 2027 में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
-नए टर्मिनल में सालाना 1.20 करोड़ यात्रियों को केटर करने की क्षमता होगी।