Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) दिल्ली-आगरा हाईवे पर 12 एफओबी बनाने की तैयारी में है। फरीदाबाद के अजरौंदा से लेकर कोसी-कलां-करमन बॉर्डर तक एफओबी के लिए कंपनी का चयन कर काम आवंटित कर दिया है। इनमें से गुडईयर मोड और मुजेसर कट के पास एफओबी बनाने के लिए खुदाई का काम भी शुरू हो गया है।
स्मार्ट सिटी और पलवल में हाईवे के दोनों ओर औद्योगिक क्षेत्र और व्यापारिक केंद्र भी हैं। इसके अलावा रिहायशी इलाके भी हैं। इस वजह से लोगों को हाईवे पार कर एक ओर से दूसरी ओर जाना पड़ता है। तेज रफ्तार वाहनों के कारण पैदल लोग हाईवे पर वाहनों की चपेट में आ जाते हैं।
पैदल लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए एनएचएआई प्रबंधन ने करीब चार साल पहले हाईवे के बीचों-बीच छह फीट से ज्यादा ऊंची ग्रिल भी लगा दी थी। ग्रिल लगाने से लोगों को मुश्किल आने लगी। कुछ लोग लंबी दूरी तय कर अंडरपास के नीचे से निकलते तो कुछ ग्रिल को ही फांदने लगे। इसके साथ-साथ लोगों ने हाईवे पर एफओबी की संख्या बढ़ाने की मांग शुरू कर दी थी।
इस पर एनएचएआई प्रबंधन ने हाईवे पर एफओबी के लिए सर्वे करवाया था। सर्वे में तय हुआ था कि अजरौंदा गांव के सामने, मुजेसर कट के पास, गुडईयर मोड, कैली गांव में खंदावली के मोड के पास, झाड़सेंतली गांव, सीकरी में दो एफओबी बनाना तय हुआ था।
एनएचएआई ने जेसीबी कंपनी के सामने भी एफओबी बनाया हुआ है। यह एफओबी एल्सन चौक से थोड़ी दूरी पर है। इस वजह से संजय कॉलोनी, सुभाष कॉलोनी, हरि विहार, सेक्टर-58 और सेक्टर-25 की ओर से आने वाले लोग इस एफओबी पर लंबी दूरी से बचने के लिए ग्रिल को फांदकर हाईवे पार करते हैं। हाईवे पर ग्रिल को फांदने वाले लोग इस एफओबी को जेसीबी के सामने से हटाकर एल्सन चौक पर लगाने की मांग कर रहे हैं।
-मोहम्मद शफी, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई, ”एफओबी बनाने के लिए निर्माण कार्य आवंटित कर दिया गया है। दो पर काम भी शुरू हो गया है। एफओबी बनने से पैदल लोग आसानी से हाईवे पार कर सकेंगे।”