राजस्थान में भाजपा सरकार ने आम आदमी और सरकारी कर्मचारियों को राहत दी है. यहां पेट्रोल और डीजल में वैट जहां 2 परसेंट कम कर दिया गया है. इससे पेट्रोल 1.40 रुपये से लेकर 5.30 रुपये तक सस्ता हो गया है. वहीं, डीजल 1.34 रुपये से लेकर 4.85 रुपये तक सस्ता हुआ है. पेट्रोलियम पदार्थों के घटे हुए दाम शुक्रवार सुबह 6 बजे से लागू होंगे.
राजस्थान में भाजपा सरकार ने आम आदमी को बड़ी राहत दी है और सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. यहां पेट्रोल और डीजल में वैट 2 परसेंट कम कर दिया गया है. इससे पेट्रोल 1.40 रुपये से लेकर 5.30 रुपये तक सस्ता हो गया है. वहीं, डीजल 1.34 रुपये से लेकर 4.85 रुपये तक सस्ता हो गया है. सीएम भजन लाल शर्मा ने बताया कि पेट्रोल-डीजल पर वैट कम किए जाने से राज्य सरकार पर 1500 करोड़ रुपए का भार राज्य सरकार पर आएगा. पेट्रोलियम पदार्थों के घटे हुए दाम शुक्रवार सुबह 6 बजे से लागू होंगे.
वहीं, राज्य कर्मचारियों का डीए भी चार परसेंट बढ़ा दिया गया है. यह बढ़ा हुआ भत्ता 1 जनवरी 2024 से लागू होगा. इससे 4.40 लाख पेंशनर्स की पेंशन बढ़ेगी और 8 लाख सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा होगा. बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ पंचायत समिति और जिला परिषद के कर्मचारियों को भी मिलेगा. इससे सरकार पर सालाना करीब 1640 करोड़ रुपये का भार आएगा.
लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान में भजन लाल सरकार ने यह बड़ी राहत दी है. राजस्थान में कैबिनेट की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है. बताते चलें कि फिलहाल राजस्थान में पेट्रोल पर 31 फीसदी और डीजल पर 19 फीसदी वैट लगता है.
पेपर लीक के मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी सीएम भजन लाल शर्मा ने कही. उन्होंने कहा कि इस मामले में मैंने 16 दिसंबर को एसआईटी का गठन की घोषणा की थी. एसआईटी ने जिस तरह से काम किया है, वह आपके सामने है. कुल 13 प्रकरणों की जांच की जा रही है. अभी तक लगभग 63 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
बताते चलें कि सांगानेर सीट से विधायक बने भजन लाल शर्मा राजस्थान के नए मुख्यमंत्री हैं. भरतपुर के रहने वाले भजन लाल शर्मा संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं. वे प्रदेश महामंत्री के तौर पर कार्य करते रहे हैं. बीजेपी ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया और पहली बार में ही वे सीएम बने हैं.
विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर भजन लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था. वे 4 बार प्रदेश महामंत्री रहे हैं. RSS और ABVP से जुड़े रहे हैं. गौरतलब है कि BJP ने यहां भी छत्तीसगढ़ और एमपी की तरह बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. बीजेपी इन चुनावों में पीएम मोदी के चेहरे पर जमीन पर उतरी. राजस्थान में 200 में से 199 सीटों पर हुई वोटिंग में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 115 सीटें जीती थीं. वहीं, 69 सीटों पर कांग्रेस विजयी हुई थी.