Jambhsar Media, New Delhi: राजस्थान का शिक्षा विभाग एक बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। प्रदेश के कई स्कूलों में शिक्षकों की संख्या अस्थिर है – कुछ स्कूलों में अधिक शिक्षक हैं जबकि अन्य स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। इस समस्या को हल करने के लिए विभाग 37,000 शिक्षकों का ट्रान्सफर करने की योजना बना रहा है।प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कुछ दिन पहले ही इस संबंध में निर्देश जारी किए थे।
शिक्षकों की कमी होगी समाप्त
राजस्थान के कुछ स्कूलों के क्रमोन्नत होने या महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल में बदलने के कारण कई शिक्षक अतिरिक्त हो गए थे। जब यह जानकारी शिक्षा मंत्री दिलावर को मिली, तो उन्होंने अधिकारियों को इन शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश दिए। सूची तैयार करने पर यह पाया गया कि प्रदेश में 37,000 शिक्षक अतिरिक्त हैं, जो कई स्कूलों में तैनात हैं।
हालांकि, जहां शिक्षकों की कमी है, वहां से इन अतिरिक्त शिक्षकों को वेतन दिया जा रहा है, जिससे वे उन स्कूलों में पढ़ा नहीं रहे हैं लेकिन वेतन उठा रहे हैं। अब विभाग उन स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षकों को भेजने की तैयारी कर रहा है, जहां शिक्षकों की कमी है।
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा कि इस समायोजन से शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी और वे लंबे समय से इस मांग को उठा रहे थे।
पहले की गई थी यह घोषणा
इससे पहले शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों के तबादलों पर एक नई घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि जो स्कूल या स्कूल का अध्यापक अपने पौधारोपण का लक्ष्य पूरा करेगा, उसे ट्रांसफर मेरिट में 5 अतिरिक्त अंक मिलेंगे।
इसके अलावा, जो विद्यार्थी अपना पौधारोपण का लक्ष्य पूरा करेगा, उसे पर्यावरण विषय में पांच अतिरिक्त अंक मिलेंगे। ग्राम पंचायतों को भी प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा था कि जो ग्राम पंचायत कम से कम 50,000 पौधे लगाएगी, उसे सरकार की ओर से विकास निर्माण कार्य के लिए 10 लाख रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे।