Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: जयपुर मेट्रो के फेज -2 में केंद्र सरकार का साथ मिलेगा। शुक्रवार को मेट्रो के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक हुई। इसमें तय हुआ के यह चरण ज्वाइंट वेंचर मॉडल पर धरातल पर लाया जाएगा।
जयपुर मेट्रो के फेज -2 में केंद्र सरकार का साथ मिलेगा। शुक्रवार को मेट्रो के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक हुई। इसमें तय हुआ के यह चरण ज्वाइंट वेंचर मॉडल पर धरातल पर लाया जाएगा।
इस मॉडल के तहत कुल लागत का 20% केंद्र सरकार, 20% राज्य सरकार और 60% लोन मिलेगा। मेट्रो में यह पहली बार होगा कि केंद्र सरकार से आर्थिक सहयोग मिलेगा। मेट्रो की बोर्ड बैठक में जो प्रस्ताव तैयार किया गया है यह राज्य सरकार को भेजा जाएगा और राज्य सरकार इस प्रस्ताव को केंद्र को भेजेगी।
मौजूद मौजूदा सरकार ने लेखानुदान में सीतापुर से विद्याधर नगर तक जयपुर मेट्रो के विस्तार की बात वित्त मंत्री दिया कुमारी ने कही थी। यह रूट करीब 30 किलोमीटर का होगा और इसमें 5800 करोड रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान एक्सपर्ट्स ने बताया है। लेखानुदान में वित्त मंत्री ने फेस 2 की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को नए सिरे से बनाने की घोषणा की थी। पहले जो डीपीआर बनी है वह अंबाबाड़ी से सीतापुर तक की है।
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा भी एक कार्यक्रम में यह बात कह चुके हैं कि मेट्रो विस्तार में केंद्र का साथ मिलेगा और योजना जल्द ही रूप लेगी। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि पहले दौर की बैठक हो चुकी है। जल्द ही ये योजना मूर्तरूप लेगी।
मेट्रो फेज 2 का रूट एलिवेटेड होगा। इससे पैसा भी कम खर्च होगा और काम भी तेजी से हो सकेगा। इस चरण में पूरे टोंक रोड को कर किया जाएगा पहले से चल रही मेट्रो और प्रस्तावित फेस 2 को चांदपोल पर जोड़ने की योजना है।