Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: पश्चिमी राजस्थान को जोड़ने के लिए पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन प्रोजेक्ट कारगर साबित होगी। पुष्कर एवं मेड़ता के मध्य रेलवे लाइन प्रोजेक्ट से मेवाड़ एवं मारवाड़ की दूरियां भी घट जाएंगी। जिसका सीधा फायदा आम जनता और सरकार को होगा।
रेल मंत्रालय की ओर से राजस्थान को दो बड़े तोहफे दिए गए हैं। इन दोनों तोहफों के केंद्र में है प्रदेश के नागौर जिले का मेड़ता शहर। दशकों से बहुप्रतीक्षित मेड़ता-पुष्कर और मेड़ता-रास रेल लाइन को रेल मंत्रालय के रेलवे बोर्ड की ओर से 13 फरवरी, मंगलवार को आधिकारिक स्वीकृति दी जा चुकी है। इस बारे में रेलवे बोर्ड की ओर से सेंक्शन लेटर भी जारी कर दिया गया है।
पिछले तीन दशक से मेड़ता शहर की ओर से मेड़ता से अजमेर के लिए सीधे रेल लाइन की मांग की जा रही थी। इस बीच अजमेर से पुष्कर तक रेल लाइन बिछ जाने के बाद पिछले लम्बे वक्त से मेड़ता से पुष्कर तक 51.34 किलोमीटर की दूरी तक रेलवे लाइन की मांग की जा रही थी, जो अब पूरी होने जा रही है।
राजसमंद की पूर्व सांसद और वर्तमान उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के जब राजसमंद की सांसद थीं तब उन्होंने मेड़ता-पुष्कर रेल लाइन की बात रेलवे बोर्ड तक रखी थी। इसके बाद तीन महीने पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से मौखिक रूप से दीया कुमारी को मेड़ता-पुष्कर और मेड़ता-रास रेल लाइन की स्वीकृति के बारे में जानकारी दी गई थी। अब रेल मंत्रालय के रेलवे बोर्ड की ओर से दो लेटर जारी कर आधिकारिक रूप से इन दोनों लाइनों की स्वीकृति जारी कर दी गई है। मेड़ता-पुष्कर रेल लाइन परियोजना के काम की समायावधि 3 साल तथा मेड़ता-रास रेल लाइन परियोजना के काम की समयावधि 4 साल रहेगी।
दोनों रेल लाइन परियोजनाओं में 9 नए रेलवे स्टेशन बनेंगे। इनमें मेड़ता सिटी (कात्यासनी), भैंसड़ा कलां, रियां बड़ी, कोड, नांद, धनेरिया, जसनगर, भूम्बलिया और रास में रेलवे स्टेशन बनेंगे। जबकि पुष्कर में पहले से ही रेलवे स्टेशन बना हुआ है। मेड़ता-पुष्कर रेल लाइन परियोजना के तहत नागौर और अजमेर जिले में रेलवे लाइन बनेगी। इसी तरह मेड़ता-रास रेल लाइन परियोजना के तहत मेड़ता और पाली जिले में रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।
मेड़ता-पुष्कर और मेड़ता-रास इन दोनों रेल लाइन परियोजना पर 1680.60 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसी तरह दोनों परियोजनाओं के तहत कुल 102.746 किमी लम्बी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इसी तरह दोनों परियोजना के तहत कुल 133.037 किमी लम्बा रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा। साथ ही दोनों रेल लाइन परियोजना में कुल 582.15 हैक्टेयर भूमि पर रेलवे ट्रैक और स्टेशन बनाए जाने का काम होगा।
रेलवे की ओर से इस परियोजना के लिए 3 साल का समय दिया गया है। यानी यह परियोजना 3 साल में पूरी की जानी है। पहले साल 79.96 करोड़ की लागत से काम होंगे। दूसरे साल 279.88 करोड़ की लागत से काम होंगे और तीसरे साल 439.80 करोड़ रुपए की लागत से काम पूरा कर लिया जाएगा। यानी तीन साल में करीब 799.64 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
मेड़ता से पुष्कर के बीच कुल 6 रेलवे स्टेशन होंगे। इनमें सबसे पहला स्टेशन मेड़ता सिटी भैंसड़ा कलां, रियां बड़ी, कोड, नांद और पुष्कर रेलवे स्टेशन शामिल है।