Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली: सड़क दुर्घटनाओं का संज्ञान लेकर राजस्थान रोडवेज विभाग ने नया कदम उठाया है. कई सड़क हादसों में रोडवेज चालक व परिचालकों की खामी नजर आने के बाद राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने सख्त कदम उठाया है. इसके तहत रोडवेज के चालक और परिचालक को बस रवानगी से पहले ब्रेथ एनालिसिस टेस्ट कराना अनिवार्य है.
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के निदेशक ने बताया कि आए दिनों हो रही दुर्घटनाओं से सबक लेकर अब बस को रूट पर ले जानें से पहले सभी चालक व परिचालकों का ब्रेथ टेस्ट होगा. जिसमें यदि कोई भी नशे में मिलता है, तो उन्हें बस के साथ नहीं भेजा जाएगा. साथ ही अनुशासनहीनता के चलते उन पर कार्यवाही भी की जाएगी. इसमें 50 साल से ज्यादा की उम्र के चालक व परिचालकों के दो बार नेत्र व शारीरिक जांच भी साल में करना अनिवार्य है.
निगम के निदेशक ने बताया कि यह भी देखा गया है कि चालक बिना सीट बेल्ट लगाकर गाड़ियों को सड़कों पर लेकर चलते हैं. लेकिन अब से चालकों को सीट बेल्ट लगाना भी जरूरी है, उड़न दस्ते की जांच में बिना सीट बेल्ट के चालकों को देखा गया, तो उन पर ठोस कार्यवाही होगी. बस की रवानगी से पूर्व बस की फिटनेस को भी चेक किया जाएगा. यदि बस फिटनेस के मापदंडों पर नहीं है. तो उस बस का रूट पर संचालन भी बंद करेंगे.
लंबे रूट पर चल रही बसों में सफर कर रहे चालक व यात्रियों के लिए भी सहूलियत मिलेगी. अब लंबे रूट पर चलने वाली बस के चालकों को तनाव मुक्त रखने के लिए समय-समय पर विश्राम भी दिया जाएगा. इसके साथ ही बस के केबिन में बैठकर अब चालक व परिचालक मोबाइल पर भी बात नहीं कर सकेंगे. रोडवेज मुख्यालय की इस सख्त कदम से निश्चित ही आने वाले समय में सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं में कमी आएगी.