Jambhsar Media Desk, New Delhi : आप सभी ये तो जानते ही हैं कि 1000 के नोटों को सरकार की ओर से पाबंदी लगाई गई थी, लेकिन कुछ समय से 1000 के नोटों की एंट्री पर काफी चर्चा सुनने को मिल रही हैं। क्या आपको भी लगता हैं मार्केट में एक बार फिर से पुराने 1000 रुपये के नोट की होगी एंट्री? आइए जानते हैं इस चर्चा पर मंत्रालय ने क्या जवाब दिया होगा…
2000 रुपये के नोट को बंद करने का मसला संसद भवन में भी गूंजा। साथ ही सत्ता के सामने यह सवाल भी संसद में सामने आया कि क्या 1000 रुपये का नोट दोबारा से शुरू होने वाला है? इसके अलावा संसद में यह सवाल भी उठा कि क्या 2000 रुपये के नोटों को जमा कराने की लास्ट को आगे भी बढ़ाया जा सकता है? इन तमाम सवालों पर सरकार ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया।
आपको बता दें कि मई के महीने में सरकार ने 2000 रुपये के नोटों को बंद करने और सितंबर तक बैंकों में जमा कराने का ऐलान किया था। नोटों को बैंकों में डिपॉजिट कराने का समय 30 सितंबर तय की गई थी।
तब तक के लिए 2000 रुपये का नोट लीगल टेंडर के रूप में काम करेगा। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सरकार ने इन सवालों को लेकर क्या जवाब दिया।
विपक्ष के कुछ नेताओं की ओर से सरकार से इस बारे में बारे में सवाल पूछा गया था। जिस पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जवाब दिया। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि 2000 रुपये के नोटों को बैंकों में डिपॉजिट कराने की डेडलाइन में किसी तरह का इजाफा नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक की डेडलाइन है। पूरे देश को तय समयसीमा में ही 2000 रुपये के नोटों को डिपॉजिट कराना होगा। अभी आम लोगों के पास 2000 रुपये के नोटों को डिपॉजिट कराने के लिए 2 महीने से ज्यादा का वक्त बचा है। वैसे इस दौरान बैंकों के काफी अवकाश भी रहने हैं।
संसद में वित्त मंत्रालय से सवाल किया गया कि ब्लैक मनी को खत्म करने के लिए क्या सरकार फिर से नोटबंदी की तो योजना नहीं बना रही है? इस पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार अभी किसी भी तरह के नोटबंदी या करेंसी को बंद करने की योजना पर काम नहीं कर रही है।
आपको बता दें कि सरकार ने 2016 नवंबर के महीने में 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया था। उसी दौरान 2000 रुपये का नोट शुरू किया। उसके बाद 2000 रुपये के नोटों को बंद करने का ऐलान मई 2023 में लिया गया। उसी को लेकर पूरा प्रोसेस चल रहा है।