Jambhsar Media Desk, New Delhi: हाल ही में RBI ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें खबर मिली है कि जो लोग फोन पे, गूगल पे और पेटीएम यूज करते है, उनके लिए नए नियम लागू किए गए है। आइए नीचे खबर में जानते है इन नए नियमों की लिस्ट को डिटेल में…
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 4 सितंबर को बैंकों से प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स (प्री अप्रूव्ड लोन) से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI)ट्राजैक्शन को इनेबल कर दिया है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 4 सितंबर को बैंकों से प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स (प्री अप्रूव्ड लोन) से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI)ट्राजैक्शन को इनेबल कर दिया था. आरबीआई ने एक रिलीज में कहा “इस सुविधा के तहत ग्राहक की पूर्व सहमति से शिड्यूल्ड कमर्शियल बैंक द्वारा व्यक्तियों को जारी प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स के माध्यम से पेमेंट, यूपीआई
सिस्टम का उपयोग करके ट्रांजैक्शन के लिए सक्षम किया जाता है. 6 अप्रैल को केंद्रीय बैंक ने अपनी मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक के दौरान बैंकों द्वारा प्री-सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स के ट्रांसफर के माध्यम से पेमेंट की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा था. इसका उद्देश्य यूपीआई का दायरा बढ़ाना था.
केंद्रीय बैंक ने आगे कहा कि बैंक अपने बोर्ड द्वारा अप्रूव्ड पॉलिसी के अनुसार, ऐसी क्रेडिट लाइन्स के उपयोग के नियम और शर्तें निर्धारित कर सकते हैं. शर्तों में अन्य मदों के अलावा, क्रेडिट लिमिट, क्रेडिट की अवधि, ब्याज दर आदि शामिल हो सकते हैं.
1 सितंबर को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के डेटा से पता चला कि UPI ने अगस्त में पहली बार एक महीने में 10 बिलियन ट्रांजैक्शन को पार कर लिया था. 30 अगस्त तक, यूपीआई ने महीने के दौरान 10.24 बिलियन ट्रांजैक्शन की सूचना दी और लेनदेन की वैल्यू 15.18 लाख करोड़ रुपये थी.
जुलाई में यूपीआई प्लेटफॉर्म पर 9.96 अरब ट्रांजैक्शन हुए थे. अगस्त महीने के दौरान, UPI से प्रतिदिन लगभग 330 मिलियन ट्रांजैक्शन हो रहे थे. उस रन रेट के साथ यूपीआई को अगस्त में लगभग 10.5 बिलियन ट्रांजैक्शन तक पहुंचना चाहिए, जो महीने-दर-महीने 5 फीसदी की बढ़ोतरी है.