Jambhsar Media, New Delhi: डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने प्रदेश की राजधानी जयपुर समेत सभी जिलों के लिए गर्मी के महीनों में पेयजल की आपूर्ति के लिए तकरीबन 320 करोड़ रूपए स्वीकृत किए है. इसमें से 7.74 करोड़ रुपए की राशि जयपुर शहर और जिले में टैंकरों से पेयजल परिवहन के लिए है। जयपुर शहर के लिए 4 करोड़ रुपए और जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए करीब 3 करोड़ रुपए के खर्चे का प्रावधान है।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बताया कि गर्मियों में पूरे प्रदेश में पेयजल प्रबंधन के लिए 320 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं। इस राशि से जलदाय विभाग सर्कल स्तर पर पेयजल प्रबंधन के लिए कंटीजेंसी प्लान बना सकेगा।
मंजूर की गई राशि से टैंकरों से पेयजल परिवहन, हैंडपंप मरम्मत के लिए किराए पर वाहन लेने, संविदा मजदूरों को भुगतान, नहरबंदी के दौरान पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के लिए आवश्यक खर्चे किए जाएंगे।
पांच माह के दौरान पेयजल प्रबंधन के लिए सभी जिला कलक्टरों को 50-50 लाख रुपए की राशि दी गई है। अगर यह राशि कम पड़ती है तो आपातकालीन स्थिति में पेयजल प्रबंधन के लिए 25 करोड़ रुपए अतिरिक्त दिए गए हैं।
टैंकरों से पेयजल परिवहन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 82 करोड़ और शहरी क्षेत्रों के लिए 43 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। नहरबंदी के दौरान प्रभावित जिलों में पेयजल व्यवस्था के लिए 37 करोड़ रुपए का बजट दिया है।
शहर में दौड़े थे भ्रष्टाचार के टैंकर
तीन वर्ष पहले जयपुर शहर में इंजीनियरों और टैंकर ठेकेदारों की मिलीभगत से सड़कों पर भ्रष्टाचार के टैंकर दौड़ चुके हैं। विभाग के तत्कालीन एसीएस सुधांश पंत ने शहर के दो डिवीजन की स्पेशल ऑडिट कराई।
स्पेशल ऑडिट के दौरान सामने आया कि सभी डिवीजन में फर्जी ट्रिप दिखा कर लाखों का भुगतान टैंकर ठेकेदारों ने उठाया। इसके बाद सभी डिवीजन में जांच शुरू हुई लेकिन कब पूरी होगी, इसे लेकर इंजीनियर कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं है।