Jambhsar Media News Digital Desk नई दिल्ली : राजस्थान विधानसभा चुनाव में अपने दम पर निर्दलीय जीतकर विधायक बने भाटी के अब बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा चुनाव से लड़ने की चर्चाएं और अटकलें ज़ोर-शोर से चल रहीं हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए जहां कांग्रेस और भाजपा अपने ‘जिताऊ’ उम्मीदवार तलाशने में व्यस्त है, वहीं इन सभी से इत्तर, कई चर्चित नेता निर्दलीय भी ताल ठोकते दिख सकते हैं। राजस्थान से निर्दलीय चुनाव मैदान की फहरिस्त में एक नाम अचानक से चर्चा में आया है। ये हैं बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक रविंद्र सिंह भाटी।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में अपने दम पर निर्दलीय जीतकर विधायक बने भाटी के अब बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा चुनाव से लड़ने की चर्चाएं और अटकलें ज़ोर-शोर से चल रहीं हैं। ऐसे में अगर भाटी लोकसभा चुनाव मैदान में उतरते हैं, तो इस सीट पर स्थितयां दिलचस्प बन जाएंगी।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी सोमवार को विदेश यात्रा से प्रदेश लौट आए। मीडिया ने जब उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया तब जवाब में उन्होंने कहा, ”पिछले कुछ दिन से मैं बाहर था, आज ही लौटा हूं। मैं आज जहां तक पहुंचा हूं, उसकी वजह मेरे समर्थक और कार्यकर्ताओं हैं। इसलिए आगे क्या करना है और क्या नहीं, ये उन सबसे राय-मशवरा लेकर जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा।”
विधायक रविंद्र सिंह भाटी के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर जारी अटकलों के बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में भाटी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश महासचिव व वरिष्ठ नेता उम्मेदाराम बेनीवाल के साथ दिख रहे हैं।
भाटी और बेनीवाल के बीच ये मुलाक़ात जोधपुर के बोरानाडा स्थित बेनीवाल के आवास की बताई जा रही है। इस मुलाक़ात और तस्वीर के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं। चर्चाएं हैं कि भाटी आरएलपी के समर्थन के साथ निर्दलीय ही लोकसभा चुनाव मैदान में ताल ठोक सकते हैं।
भाटी अगर चुनाव मैदान में उतरते हैं, तो उनका सामना बाड़मेर के घोषित उम्मीदवार कैलाश चौधरी से होगा। भाजपा ने चौधरी पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट थमाया है। मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री तक की ज़िम्मेदारी संभालने के साथ ही चौधरी भाजपा के सबसे वरिष्ठतम नेताओं में से एक हैं। ऐसे में चौधरी और भाटी के बीच टक्कर ज़ोरदार रह सकती है। वहीं बाड़मेर सीट पर कांग्रेस पार्टी किसे टिकट थमाती है, ये देखना भी दिलचस्प रहेगा।