Jambhsar Media Desk, New Delhi: शिक्षा विभाग के कई सरकारी कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है. दरअसल कई कर्मचारियों की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे है.
शिक्षा विभाग के दोहरे नियमों के कारण शिक्षक भर्ती के अतिरिक्त स्नातक डिग्रीधारी अभ्यर्थियों की नौकरी पर संकट आ गया है।
तृतीय श्रेणी और सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती में नियुक्ति प्रक्रिया से अतिरिक्त स्नातक डिग्रीधारी अभ्यर्थियों को वंचित किया जा रहा है। इससे पहले 2016, 2018 में हुई शिक्षक भर्ती में अतिरिक्त स्नातक डिग्रीधारी अभ्यर्थियों को शामिल किया गया था।
इतना ही नहीं, विभाग की प्रमोशन प्रक्रिया में भी इन अभ्यर्थियों को शामिल किया जा रहा है। नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों की ओर से शहीद स्मारक पर पिछले 20 दिन से धरना दिया जा रहा है।
अब अभ्यर्थियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुहार लगाई है। इसके लिए अभ्यर्थियों ने पीएम के नाम पोस्टकार्ड अभियान शुरू किया है।
कोर्ट में मामला 2017 से लंबित
युवा हल्ला बोल के प्रदेशाध्यक्ष ईरा बोस ने बताया कि अतिरिक्त स्नातक डिग्रीधारी अभ्यर्थियों का मामला कोर्ट में 2017 से लंबित है। कोर्ट की ओर से नियुक्ति पर रोक नहीं लगाई गई है।
पहले शिक्षक ग्रेड थर्ड 2016, 2018, वेटिंग सूची और ग्रेड सेकंड की सभी भर्तियों में कोर्ट के अंतिम निर्णय के अधीन शिक्षा विभाग ने अति. डिग्रीधारी अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी है। अब 2022 की शिक्षक भर्ती में चयनितों को नियुक्ति देने से रोक दिया।