Jambhsar Media Desk, New Delhi : वैज्ञानिकों ने 3.9 करोड़ साल पुराने एक ऐसे जंगल की खोज की है जिसे दुनिया में सबसे पुराना बताया जा रहा है. डेवोनियन काल के इस जंगल के जीवाश्म को बहुत ही विशाल खजाना माना रहा है.
इस खोज ने न्यूयॉर्क के पास पाए गए एक पुराने जंगल का रिकॉर्ड तोड़ा है. ये ब्रिटेन में अब तक के खोजे गए सबसे पुराने पौधों के जीवाश्म भी बताए जा रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि ताड़ के पेड़ की तरह के पेड़ों वाले इस जंगल के जीवाश्म में उस दौर के जानवरों के बारे में भी जानकारी मिलने की उम्मीद है.
यह खोज कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और कार्डिफ यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने डेवोन और समरसेट के इलाकों में की है जिसके बारे में यह उम्मीद नहीं की जाती है कि यहां पर कुछ बड़ा मिल सकेगा. एक हॉलिडे रिसॉर्ट के पास बलुआ पत्थरों के चोटियों के नीचे यह अनोखी खोज हुई है.
इस हैरान कर देने वाली खोज पर अध्ययन के प्रमुख लेखक और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर नील डेविस का कहना है कि लोग समझते हैं कि ब्रिटेन की चट्टानों को काफी कुछ देखा जा चुका है. लेकिन यह नई खोज दर्शाती है कि अब भी काफी कुछ खोजा जा सकता है.
इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने हैंगमैन सैंडस्टोन फॉर्मेशन की चट्टानों का अध्ययन किया जो कि 1.4 किलोमीटर लंबी डेवोनियन काल की चट्टानें हैं जो 4.19 से 3.85 करोड़ साल के बीच के दौर की हैं.
यह वहीं दौर है जब जीवन ने पृथ्वी पर विस्तारित होना शुरू किया था. अब तक यह माना जाता रहा था कि ब्रिस्टल नहर के दक्षिणी किनारे तक किसी भी तरह के पेड़ पौधों का जीवाश्म नहीं था.
पर शोधकर्ताओं ने यहां पर पुरातन जंगल के पेड़ों के तने और टहनियों के जीवाश्म खोज निकाले. इन पेड़ों की खास बात यह है कि ये आज के जंगलों के पेड़ पौधों की तरह नहीं हैं. कैलामोफायटन नाम के ये पेड़ आज के ताड़ के पेड़ की तरह थे.
ये पतले और अंदर से खोखले से थे जिसमें सैकड़ों टहनियां हुआ करती थीं. यहां कि टहनियों से पता चलता है कि यह जंगल शुरुआती जानवरों का घर रहा होगा. इस दौरान ने पृथ्वी पर जीवन के साथ काफी कुछ बदल दिया था.