Jambhsar Media, New Delhi: कोई पति कितना निर्दयी हो सकता है इसका अंदाजा इस खबर से लगाया जा सकता है. लुधियाना के एक शख्स ने महज 1 लाख रूपए के लालच में अपनी जवान पत्नी को दुबई के शेख के हाथों सौंप दिया.
दहेज के लोभी पति का पेट जब ससुरालियों की ओर से मिले सामान से नहीं भरा तो वह अपनी नीचता पर उतर आया। उसने अपनी पत्नी को दुबई के एक शेख के हाथ महज एक लाख रुपये में ही बेच दिया।
साथ ही यहां पत्नी के बनाए मकान से उसे धक्के मारकर बाहर निकाल उस घर पर भी कब्जा कर लिया और बच्चा भी छीन लिया। अब दुबई से लौटने पर उसने पुलिस कमिश्नर को पूरे मामले की शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई। सीपी ने अब मामले की जांच ईओ विग को सौंपी है।
न्यू सुभाष नगर के मोहल्ला आनंदपुरा की रहने वाली 31 वर्षीय महिला ने बताया कि नवंबर 2009 में उसकी शादी न्यू शक्ति नगर के युवक से हुई थी। उसका पति अक्सर उससे मारपीट करता था और उसे उसके साथ नौकरों जैसा व्यवहार कर उसे जातिसूचक गालियां भी देता था। शादी के बाद से ही दहेज की मांग को लेकर पति, ननद व सास उसे प्रताड़ित करते रहे।
वर्ष 2015 में उसके पति ने उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद वो अपने पिता के घर रहने लगी। मार्च 2016 में उसका पति तीन लोगों के साथ उसके घर पहुंचा। उसने बताया कि वो लोग उसे दुबई में नौकरी दिलाएंगे।
अपना घर बसाने के लिए उसने पति की बात मान ली और दुबई चली गई। वहां पहुंच कर पता चला कि उसे दुबई भेजने के लिए उसके पति ने उन लोगों से एक लाख रुपये लिए थे। वहां उसे देह व्यापार में धकेलने के लिए लाया गया था। हालांकि वहां पर एक भले इंसान ने उसके आंसू देख उसकी मदद की। उस आदमी ने बड़े प्रयत्नों से न केवल उसे उन लोगों से छुड़वाया, बल्कि एक कंपनी में नौकरी पर भी लगवा दिया।
पीड़िता ने बताया कि दुबई की कंपनी में काम करते हुए उसने अच्छा पैसा कमाया। इसी दौरान उसके पति ने उससे माफी मांगी और उसे विश्वास में लिया। इसके बाद महिला ने लुधियाना में एक मकान बनवाया और दो प्लाट लिए।
नौकरी का कांट्रैक्ट खत्म होने पर अब वह काम छोड़ कर स्वदेश लौटी तो पता चला कि उसके पति ने उसके मकान पर कब्जा कर लिया है। जब उसने अपने घर में घुसने की कोशिश की, तो पति ने उसे बुरी तरह से पीट कर घर से बाहर निकाल दिया।
पीड़िता बोली, जिंदगी तबाह करने वाले पर हो कड़ी कार्रवाई
पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई कि अब उसे आए दिन जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उसे केस वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है। उसने मांग की है कि उसकी जिदगी को तबाह करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके उसे इंसाफ दिलाया जाए। ईओ विग के एएसआइ जगदेव ने बताया कि मामले की जांच के बाद आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए रिपोर्ट बना कर अधिकारियों को भेज दी गई है
लंबे समय बाद मिले बेटे ने भी पहचानने से किया इन्कार
पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद वर्ष 2011 में उनके घर एक बेटे ने जन्म लिया था। जब वह दुबई जाने लगी तो बेटा अपने पिता के पास ही रह गया था। अब उसकी उम्र 11 वर्ष की है। लंबे समय के बाद उसे मिलने और लगातार अपने पिता के साथ रहने के कारण उसके बेटे ने भी उसे पहचानने से इन्कार कर दिया।