trainee ias officer pooja khedkar के माता -पिता हुवे फरार
पुणे, महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर के माता-पिता लापता हैं। सोमवार (15 जुलाई) को पुलिस ने कहा कि वे उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने फोन बंद कर दिया है।
पुलिस ने कहा कि हम कल और आज बानेर रोड पर उनके बंगले पर दो बार गए थे, लेकिन वे हमें नहीं मिले। एक बार जब हम उन्हें ढूंढ लेंगे, जांच शुरू होगी और कानूनी कार्रवाई शुरू होगी।
दरअसल, पूजा की मां मनोरमा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह पिस्तौल से किसानों को धमकाती हुई दिखती थीं। घटना पुणे के मुलशी तालुका के धडावली गांव की है, जहां पूजा के पिता दिलीप खेडकर ने जमीन खरीद दी थी। इसी मामले में पूजा की मां और पिता पर भी मुकदमा दर्ज है।
दावा: पूजा की मां ने जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया
स्थानीय लोगों का कहना है कि खेडकर परिवार ने बाउंसर की मदद से पड़ोसी किसानों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और उनको धमकाया। किसान कुलदीप पासलकर ने कहा कि मनोरमा जबरदस्ती उनकी जमीन लेने की कोशिश कर रही हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद पूजा की मां मनोरमा और पिता दिलीप सहित सात लोगों के खिलाफ 13 जुलाई को पौड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि आर्म्स एक्ट के चार्ज भी एफआईआर में हैं।
12 जुलाई को पुणे पुलिस महानिदेशक पंकज देशमुख ने बताया कि यह घटना 5 जून को धडावली गांव में हुई थी। किसानों ने बाद में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पिस्तौल का उल्लेख नहीं था। पुणे पुलिस ने कहा कि वे जांच कर रहे हैं कि मनोरमा के पास पिस्तौल का लाइसेंस है या नहीं।
खेडकर परिवार का दावा: किसानों ने हमारी अपनी जमीन ले ली
खेडकर परिवार ने पुणे के मुलशी तहसील में बीस एकड़ जमीन खरीद ली थी। लेकिन उन्होंने कहा कि किसानों ने इसके एक हिस्से पर कब्जा कर लिया था। बाद में मनोरमा अपने सुरक्षा गार्डों के साथ वहां पहुंचीं और किसानों को पिस्तौल दिखाकर धमकाया। वीडियो में उन्होंने कहा कि जमीन उनके नाम पर है।
पूजा ने OBC सर्टिफिकेट के साथ MBBS भी किया था।
पूजा खेडकर को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब यह खुलासा हुआ है कि खेडकर ने 2007 में MBBS में एडमिशन के लिए भी OBC नॉनक्रीमीलेयर सर्टिफिकेट लगाया था। श्रीमती काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज के निदेशक ने बताया कि पूजा ने AMUPDMC परीक्षा के माध्यम से कॉलेज में MBBS की सीट हासिल की थी। इसमें पूजा के 200 में से 146 नंबर आए थे।
विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए दो बार आवेदन खारिज किया गया
NDTV के मुताबिक, ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर ने अगस्त 2022 में पुणे के एक हॉस्पिटल में विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। डॉक्टरों की टीम ने जांच करने के बाद उनके विकलांग होने के दावे को खारिज कर दिया। डॉक्टरों की टीम ने कहा कि यह संभव नहीं है। इसके बाद पूजा का विकलांगता सर्टिफिकेट नहीं बन पाया।
पुणे के औंध अस्पताल ने पूजा के आवेदन के जवाब में कहा, आपने 23 अगस्त 2022 को विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। आपकी ओर से बताई गई बीमारी लोकोमोटर विकलांगता की मेडिकल टीम ने 11 अक्टूबर 2022 को जांच की थी। टीम ने रिपोर्ट के आधार पर आपके दावे को उचित नहीं माना। आपके पक्ष में विकलांगता सर्टिफिकेट जारी करना संभव नहीं है। लोकोमीटर विकलांगता हड्डियों या मांसपेशियों को प्रभावित करती है, जिसके कारण हाथ-पैर के मूवमेंट में परेशानी हो सकती है।
यह दूसरी बार था, जब पूजा के विकलांगता सर्टिफिकेट का आवेदन खारिज हुआ था। इससे पहले उन्होंने अहमदनगर जिले में भी विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया था।
UPSC चुनाव में गड़बड़ी का आरोप पूजा खेडकर पर, कमेटी जांच कर रही है
केंद्र ने 11 जुलाई को विवादों में घिरी ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को वेरिफाई करने के लिए सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने विकलांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके IAS में पद हासिल किया।
केंद्र ने एक बयान में कहा कि यह जांच एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अफसर कर रहे हैं। इस जांच का मकसद 2023 बैच की अधिकारी खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य डिटेल को वेरिफाई करना होगा। समिति अपनी रिपोर्ट दो हफ्तों में पेश करेगी।
पूजा से जब उनकी जांच के लिए गठित कमेटी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। पूजा ने कहा कि मुझे इस मामले पर कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। मैं कमेटी के सामने अपना पक्ष रखूंगी।
पूजा ने UPSC से कहा कि मैं मानसिक रूप से अक्षम हूँ।
पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए एक हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था, जबकि मेडिकल टेस्ट देना जरूरी होता है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा का पहला मेडिकल टेस्ट दिल्ली AIIMS में अप्रैल 2022 में शेड्यूल हुआ था। उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने का हवाला देकर इसमें शामिल होने से मना कर दिया था। हालांकि ये साफ नहीं हुआ है कि जब पूजा ने एग्जाम में शामिल होने से मना कर दिया था तो फिर सिलेक्शन क्यों और कैसे हुआ?
करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं पूजा
34 साल की पूजा खेडकर UPSC सिलेक्शन में गड़बड़ी के अलावा करोड़ों की संपत्ति को लेकर भी सुर्खियों में हैं। पूजा खेडकर करीब 17-22 करोड़ की प्रॉपर्टी की मालकिन हैं।
पूजा ने साल 2023 में जॉइनिंग से पहले सरकार को दिए अपनी अचल संपत्ति के ब्योरे में बताया कि उन्होंने 2015 में पुणे के म्हालुंगे में 2 प्लॉट खरीदे। इसमें उन्होंने एक प्लॉट 42 लाख 25 हजार रुपए और दूसरा प्लॉट 43 लाख 50 हजार रुपए में खरीदा। अभी दोनों प्लॉट की मार्केट वैल्यू 6 से 8 करोड़ रुपए के बीच है।
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पूजा ने 2018 में पुणे के धनेरी इलाके में 20 लाख 79 हजार रुपए में 4.74 हेक्टेयर जमीन खरीदी। इसकी मौजूदा कीमत 3 से 4 करोड़ रुपए है। पूजा ने 2020 में 44 लाख 90 हजार रुपए में केंधवा में 724 स्क्वायर फीट का एक फ्लैट खरीदा, जिसकी कीमत अभी 75 लाख रुपए है।
प्रॉपर्टी से हर साल 45 लाख की इनकम
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदनगर में भी पूजा के नाम तीन प्रॉपर्टी हैं। इनमें दो जमीन उनकी मां ने उन्हें 2014 में गिफ्ट के तौर पर दी। इनकी कीमत करीब 1.25 करोड़ रुपए है। सवेदी में पूजा ने 2019 में 20 लाख 25 हजार रुपए में एक जमीन खुद खरीदी। अभी इसकी कीमत 45 लाख रुपए है।
इन सभी 7 प्रॉपर्टी से पूजा हर साल करीब 42 लाख रुपए कमा रही हैं। पूजा के पिता दिलीप खेडकर के नाम पर करीब 40 करोड़ की संपत्ति है। दिलीप खेडकर महाराष्ट्र सरकार के रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और 2024 में अहमदनगर सीट से वंचित बहुजन अघाडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
26 हजार का चालान उस ऑडी पर बकाया है जिसमें वे घूमती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूजा खेडकर ने महाराष्ट्र सरकार का स्टिकर और लाल-नीली बत्ती लगाकर अपनी पोस्टिंग के दौरान अपनी ऑडी कार पर 26 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
2022 से अब तक, ऑडी ने तेज गति से गाड़ी चलाने, सिग्नल तोड़ने और पुलिस के पूछने पर रुकने से इनकार करने जैसे ट्रैफिक रूल्स तोड़ने के 21 चालान दर्ज किए हैं। ऑडी कार एक निजी इंजीनियरिंग कंपनी का नाम है।
गुरुवार, 11 जुलाई को RTO ने इंजीनियरिंग कंपनी को नोटिस भेजा है। शुक्रवार (12 जुलाई) को RTO के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे RTO ने एक ऑडी रजिस्टर्ड MH-12/AR-7000 कंपनी को नोटिस भेजा है। नोटिस में कंपनी को ऑडी कार को तुरंत RTO में जांच के लिए पेश करने के लिए कहा गया है।